मऊ : शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के एक दारोगा जी को उनकी लापरवाही भारी पड़ गई. कार्य में लापरवाही की जानकारी मिलते ही एसपी ने दारोगा को निलंबित कर दिया है. दरअसल, एक निजी पैलेस में जालसाजों को लोगों ने पकड़ा था. इसके बाद पुलिस जालसाजों को गिरफ्तार करके कोतवाली ले गई. लेकिन दारोगा शिवमूर्ति तिवारी द्वारा जालसाज और उसके चार साथियों को छोड़ दिया गया. इसको लेकर लोग विरोध कर रहे थे. इसी विरोध प्रदर्शन के दौरान कोतवाली में सफाई करने पहुंचे सफाई कर्मी को आग बबूला दारोगा ने पटक दिया, जिससे उसका कुल्हा टूट गया. सफाई कर्मचारी का कुल्हा टूटते ही मामला और बढ़ गया. ऐसे में पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए एसपी सुशील कुमार घुले ने दारोगा शिवमूर्ति तिवारी कार्य में लापरवाही को लेकर निलंबित कर दिया.
गौरतलब है कि मंगलवार को शहर क्षेत्र के एक निजी पैलेस में विधवा महिलाओं को आजीवन पेंशन, मुफ्त में बिजली-पानी और रेल यात्रा आजीवन देने के नाम पर फर्जीवाड़ा किया जा रहा था. लेकिन इस बात का कुछ लोगों को शक हुआ. लोगों ने जब संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष का विरोध किया तो वह भड़क गया. इसके बाद मौके पर जमकर मारपीट भी हुई. मामला जब आगे बढ़ा तो कोतवाली थाने की पुलिस वहां पहुंची और जालसाज सहित पांच लोगों को गिरफ्तार करके थाने लायी. लेकिन कुछ ही देर बाद दारोगा शिव मूर्ति तिवारी ने जालसाज को छोड़ दिया.
जालसाजों के छुटने को लेकर पीड़ित विरोध करने लगे, जिसको लेकर दबंग दारोगा शिवमूर्ति आग बबूला हो गया. लोगों से बदतमीजी से बोलते हुए उसने वहां पर सफाई कर रहे कर्मचारी को भी पटक दिया. गिरने से सफाई कर्मी का कुल्हा टूट गया. जब पूरा मामला उच्च अधिकारियों के पास पहुंचा तो उन्होंने तत्काल प्रभाव से सिओ सीटी धनंजय मिश्रा को इसकी जांच सौंपी. सीओ बुधवार की सुबह अभी एसपी को इस मामले की जानकारी देते कि इसी बीच सफाई कर्मी सड़क पर उतर गए.
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सफाई कर्मचारियों ने हाईवे को जामकर दिया. इसके बाद पुलिस के कहने पर वो एसपी से मिले. जहां पर एसपी ने तत्काल संज्ञान लिया और दारोगा श्री शिवमूर्ति तिवारी को निलंबित कर दिया. इसके साथ ही जो जालसाज थे उनके ऊपर भी एफआईआर दर्ज कर दिया गया है. अब पुलिस जालसाजों को गिरफ्तार करने में जुट गई है.