मऊ: उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों के प्रति लोगों का नजरिया अब बदल रहा है. चमचमाते टाइल्स लगे फर्स, रंगीन पेंटिंग से सजी दिवाले, बाउंड्रीवाल परिसर में इंटरलाकिंग रास्ता सब देखकर लोग आश्चर्य में पड़ रहे हैं कि यह सरकारी स्कूल है या कान्वेंट. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहें ऑपरेशन कायाकल्प से परिषदीय विद्यालयों में 14 मानकों पर सौंदर्यीकरण किया जा रहा है, जिससे शैक्षणिक माहौल बन सके.
कायाकल्प में लगे 25 लाख रुपए
ऑपरेशन कायाकल्प से जिले के कुछ स्कूल इस प्रकार सुंदर हो गए हैं जिसे देखकर लोग आश्चर्य में है. इन्ही में से एक है कम्पोजिट स्कूल कहिनौर. इस विद्यालय में ग्राम प्रधान ने 14वां वित्त आयोग और पंचायत निधि से 25 लाख रुपए खर्च करके पूरे विद्यालय का कायाकल्प कर दिया है. विद्यालय भवन की सुंदरता के साथ साथ पूरे परिसर में इंटरलॉकिंग लग गई है. सभी क्लासरूम में टाइल्स लगे हैं. स्कूल के सभी कमरों में पंखे और प्रकाश की व्यवस्था की गई है. बच्चों को दोपहर का भोजन करने के लिए सेड भी बनाया गया है. स्कूल में फूलों की क्यारियों की सुंदरता देखकर लोगों का सरकारी स्कूल के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है.
तेजी से हो रहा काम
विद्यालय का भौतिक परिवेश शैक्षणिक स्तर का हो जाने से अध्यापकों में खुशी दिख रही है. प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका सुमन सिंह ने बताया कि ग्राम प्रधान के द्वारा स्कूल में सौंदर्यीकरण का कार्य कराया गया है. कमरों में टाइल्स लग जाने बच्चों को बैठने और विभिन्न प्रकार के टीएमएम बनने से पाठ्यक्रम सीखने में सरलता होगी. ऑपरेशन कायाकल्प के माध्यम से परिषदीय विद्यालयों में शैक्षणिक माहौल बनाने के लिए शासन स्तर पर तेजी से कार्य किए जा रहे हैं.
ऑपरेशन कायाकल्प के तहत 14 प्रकार के कार्य किए जाने हैं. इसमें प्रमुख रूप से बाउंड्रीवाल, शौचालय, पानी की व्यवस्था, ब्लैक बोर्ड, बदहाल बिल्डिंग की मरम्मत, फर्नीचर, सुंदरीकरण जैसे काम करने है. इसी के तहत मऊ जिले में 1228 विद्यालयों में से 314 में शासन की मंशा के अनुरूप कार्य हो चुके हैं. वहीं अन्य विद्यालयों पर भी काम जारी है. मुख्य विकास अधिकारी रामसिंह ने बताया कि परिषदीय विद्यालयों में कायाकल्प योजनाएं के माध्यम से काम तेजी से चल रहें हैं. 314 विद्यालयों में शासन द्वारा निर्धारित 14 पैरामीटर पर कार्य हो चुके हैं.