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मऊ: झोले में मिली लावारिस नवजात बच्ची, ग्रामीणों ने पुलिस को सौंपा - झोले में मिली नवजात बच्ची

उत्तर प्रदेश के मऊ में मानवता को शर्मशार कर देने वाला मामला सामने आया है. जिले के कोपागंज में एत लावारिस बच्ची झोले में मिली है. बच्ची को जिला बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया गया है.

जानकारी देते सीएमओ.
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Published : Sep 28, 2019, 11:22 PM IST

मऊ: कोपागंज थाना क्षेत्र के प्राथमिक पाठशाला सहरोज के सामने तालाब के किनारे झोले में एक नवजात बच्ची रोती हुई हालत में मिली. लोगों ने जाकर देखा तो बच्ची बरसात की बूंदें पड़ने से रो रही थी. इस बात की जानकारी गांव के लोगों ने पुलिस को दी.

बच्ची जिला बाल कल्याण समिति के सुपुर्द
गांव की एक महिला ने कपड़े मे लपेटकर बच्ची को सुरक्षित किया. वहीं ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस के साथ पहुंचे थानाध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने बच्ची को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. इसके बाद बच्ची को चिकित्सकों और महिला पुलिस के देख-रेख में रखने के बाद जिला बाल कल्याण समिति को सुपुर्द कर दिया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जिस झोले में शिशु को रखा गया था उस पर इकबाल अहमद वस्त्र विक्रेता जायसवाल कटरा ठठेरी गली लिखा हुआ था.

झोले में मिली लावारिस नवजात बच्ची.

बच्ची की स्थिति ठीक
सीएमओ सतीश चन्द्र सिंह ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोपागंज में पुलिस द्वारा लावारिस बच्ची लाए जाने की जानकारी मिली है. नवजात बच्ची का मेडिकल परीक्षण किया गया है. फिलहाल बच्ची की स्थिति ठीक है. आगे की कार्रवाई के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है.

बच्ची को बाल कल्याण समिति की निगरानी में सौंप दिया गया है. बच्ची की देख-रेख और उपचार जिला अस्पताल में कराया जा रहा है. स्वस्थ होने के बाद प्रक्रिया के तहत बच्ची को लगभग दो महीने तक मुहम्मदाबाद गोहना स्थित शिशु गृह में रखा जाएगा.

नियमानुसार यदि इस दौरान बच्चे के प्रति ममता जगने या गलती का एहसास होने पर बच्चे के जैविक माता-पिता उसे लेने आते हैं तो जांच प्रक्रिया के बाद बच्ची उन्हें सौंप दी जाएगी. यदि बच्ची के माता-पिता होने का दावा नहीं आता तो बच्ची का नाम एडॉप्टेशन के लिए डाल दिया जाता है. इसके बाद प्रक्रिया पूरी कर इच्छुक व्यक्ति या दम्पत्ति बच्ची को गोद ले सकता है.

मऊ: कोपागंज थाना क्षेत्र के प्राथमिक पाठशाला सहरोज के सामने तालाब के किनारे झोले में एक नवजात बच्ची रोती हुई हालत में मिली. लोगों ने जाकर देखा तो बच्ची बरसात की बूंदें पड़ने से रो रही थी. इस बात की जानकारी गांव के लोगों ने पुलिस को दी.

बच्ची जिला बाल कल्याण समिति के सुपुर्द
गांव की एक महिला ने कपड़े मे लपेटकर बच्ची को सुरक्षित किया. वहीं ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस के साथ पहुंचे थानाध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने बच्ची को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. इसके बाद बच्ची को चिकित्सकों और महिला पुलिस के देख-रेख में रखने के बाद जिला बाल कल्याण समिति को सुपुर्द कर दिया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जिस झोले में शिशु को रखा गया था उस पर इकबाल अहमद वस्त्र विक्रेता जायसवाल कटरा ठठेरी गली लिखा हुआ था.

झोले में मिली लावारिस नवजात बच्ची.

बच्ची की स्थिति ठीक
सीएमओ सतीश चन्द्र सिंह ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोपागंज में पुलिस द्वारा लावारिस बच्ची लाए जाने की जानकारी मिली है. नवजात बच्ची का मेडिकल परीक्षण किया गया है. फिलहाल बच्ची की स्थिति ठीक है. आगे की कार्रवाई के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है.

बच्ची को बाल कल्याण समिति की निगरानी में सौंप दिया गया है. बच्ची की देख-रेख और उपचार जिला अस्पताल में कराया जा रहा है. स्वस्थ होने के बाद प्रक्रिया के तहत बच्ची को लगभग दो महीने तक मुहम्मदाबाद गोहना स्थित शिशु गृह में रखा जाएगा.

नियमानुसार यदि इस दौरान बच्चे के प्रति ममता जगने या गलती का एहसास होने पर बच्चे के जैविक माता-पिता उसे लेने आते हैं तो जांच प्रक्रिया के बाद बच्ची उन्हें सौंप दी जाएगी. यदि बच्ची के माता-पिता होने का दावा नहीं आता तो बच्ची का नाम एडॉप्टेशन के लिए डाल दिया जाता है. इसके बाद प्रक्रिया पूरी कर इच्छुक व्यक्ति या दम्पत्ति बच्ची को गोद ले सकता है.

Intro:मऊ। कोपागंज थाना क्षेत्र के प्राथमिक पाठशाला सहरोज के सामने तालाब के किनारे झोले में पड़ी रोती हालत में नवजात बच्ची मिली है. बरसात के मौसम में तालाब के किनारे से बच्चे की रोने की आवाज आते ही लोगों ने जाकर देखा तो बच्ची बरसात की बूंदें पड़ने से रो रही थी. बच्चे की आवाज सुनकर राहगीरों ने पास जाकर देखा तो उसमें एक बच्ची पड़ी हुई थी. जिसकी सूचना गांव के लोगों ने पुलिस को दी.

Body:बता दें कि इस बीच एक महिला ने कपड़े मे लपेटकर बच्ची को सुरक्षित किया. वहीं ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस के साथ पहुंचे थानाध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने बच्ची को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. जहां से चिकित्सकों तथा महिला पुलिस के देखरेख में रखने के बाद जिला बाल कल्याण समिति को सुपुर्द कर दिया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जिस झोले में शिशु को रखा गया था उस पर इकबाल अहमद वस्त्र विक्रेता जायसवाल कटरा ठठेरी गली लिखा हुआ था. इस घटना ने जहां शासन की मंशा बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओ अभियान को ठेंगा दिखाया तो वहीं पूरी मानवता को शर्मसार करती घटना की पूरे दिन क्षेत्र में चर्चा होती रही. समाज में एक ओर जहां बेटियां देश-विदेश में अपना व परिवार का नाम रोशन कर रहीं हैं. ऐसे में यह घटना शर्मसार कर देने वाली है.

सीएमओ सतीश चन्द्र सिंह ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोपागंज में पुलिस द्वारा लावारिस बच्ची लाए जाने की जानकारी मिली है. नवजात बच्ची का मेडिकल परीक्षण किया गया है. फिलहाल बच्ची की स्थिति ठीक है. आगे की कार्रवाई के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है.

बता दें कि बच्ची को बाल कल्याण समिति की निगरानी में सौंप दिया गया है. जिसकी देखरेख और उपचार जिला अस्पताल में कराया जा रहा है. स्वस्थ होने के बाद प्रक्रिया के तहत बच्ची को लगभग दो महीने तक मुहम्मदाबाद गोहना स्थित शिशु गृह में रखा जाएगा. नियमानुसार यदि इस दौरान बच्चे के प्रति ममता जगने या गलती का एहसास होने पर बच्चे के जैविक माता-पिता उसे लेने आते हैं तो उन्हें जांच प्रक्रिया का पालन कराके बच्चा सौंप दिया जाता है. वहीं यदि बच्चे के माता-पिता होने का दावा नहीं आता तो एडॉप्टेशन के लिए नाम डाल दिया जाता है. जिसे प्रक्रिया पूरी करके इच्छुक व्यक्ति या दम्पत्ति गोद ले सकता है.

बाईट - सतीश चन्द्र सिंह (सीएमओ, मऊ)Conclusion:
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