मऊ: जिला के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से फर्जी मदरसों को अनुदान देने के मामले में दर्ज एफआइआर के बाद शनिवार को जिले में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने पहुंचे अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने बताया कि मदरसा शिक्षा से जुड़े किसी भी मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी. मऊ के प्रकरण में विभागीय जांच चल रही है. इसमें जो लोग भी दोषी पाए जाएंगे बख्शे नहीं जाएंगे.
2002 से मोहम्मदाबाद तहसील के मीरपुर रहीमाबाद गांव में इस्लामिया सफीनतुल हेदाया के नाम से मदरसा चल रहा था. शिकायतकर्ता ने मदरसा बोर्ड को इसकी लिखित शिकायत भेजा था, जिसके तहत लखनऊ का हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था. इस मामले की शिकायत 2021 नवंबर में शिकायतकर्ता द्वारा दर्ज कराया था. मोहम्मदाबाद गोहना तहसील के मीरपुर रहीमाबाद गांव में फर्जी अभिलेखों के आधार पर मान्यता 2002 में स्वीकृत की गई थी तभी से मदरसा को अनुदान भी मिल रहा था.
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जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी साहित्य निकष सिंह ने बताया कि संबंधित मामले में लखनऊ से आई जांच टीम ने अभिलेखों और दस्तावेज का मिलान किया. वहीं, इस मामले में मदरसा के प्रबंधक के खिलाफ हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज है.
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