मऊ: लॉकडाउन के चलते लाखों कामगारों का रोजगार छिन गया है. ऐसे में दूसरे राज्यों में रह रहे प्रवासी मजदूर अपने घर वापस लौटने पर मजबूर हैं. जिला प्रशासन का अनुमान है कि अलग-अलग प्रदेश में रहने वाले जनपद के लगभग 80 हजार प्रवासी मजदूरों घर वापस लौटेंगे. ऐसे में जिला श्रम विभाग इन कामगारों का विवरण दर्ज कर रहा है. जिससे इनको सहायता दी जा सके और भविष्य में इनके रोजगार के लिए योजनाएं बनाई जा सकें.
रेलवे स्टेशन पर दर्ज हो रहा प्रवासी मजदूरों का विवरण श्रमिक स्पेशल ट्रेन से जिले में आए कामगारों का रेलवे स्टेशन पर श्रम विभाग की ओर से विवरण दर्ज किया जा रहा है. विभाग की तरफ से मजदूरों को एक फॉर्म दिया जा रहा है. जिसमें उन्हें अपना पूरा विवरण लिखना होता है. जैसे कहां काम करते थे, कौन सा काम करते थे, इसके साथ साथ कुशल श्रमिक हैं या अकुशल इसका भी कॉलम दर्ज है. वहीं इस फॉर्म में मजदूरों को बैंक खाते का भी विवरण देना है जिससे इनको आर्थिक लाभ दिया जा सके.जिला श्रम प्रवर्तन अधिकारी धीरज सिंह ने बताया कि जिले में आने वाले सभी प्रवासी मजदूरों का विवरण लिया जा रहा है. जिसके आधार पर शासन-प्रशासन इनके लिए भविष्य में योजनाएं बना सके. वहीं जिले में अभी तक जितने कामगार बेरोजगार हुए हैं, उन्हें एक हजार रुपए प्रतिमाह दिए जा रहें हैं. जो कामगार बाहर से आ रहें हैं वह भी जिले के ही रहने वाले हैं. ऐसे में इनके बेरोजगारी को देखते हुए अगर शासन से निर्देश आता है तो इसका लाभ दिया जा सकेगा.