मऊ: बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने जनपद के मधुबन में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को संबोधित किया और कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने राम के नाम पर नोट और वोट दोनों लिए लेकिन काम कुछ नहीं किया. बीजेपी ने सिर्फ जनता को ठगने का काम किया. अयोध्या में आए दिन सौ-सौ करोड़ के बजट पास होते हैं लेकिन वहां पर कोई काम नहीं हुआ. जो घाट का निर्माण हुआ है, वह बसपा की सरकार के कार्यकाल में हुआ था. यदि बसपा की सरकार बनी तो राम मंदिर निर्माण के नाम पर जो भारतीय जनता पार्टी ने घोटाला किया है, उसकी जांच होगी.
उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले बसपा ने ब्राह्मण और दलित वोट बैंक बढ़ाने के लिए पुरजोर प्रयास शुरू कर दिया है. इसी के तहत राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने अयोध्या से प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन का शुरुआत की थी और वो पूरे यूपी का भ्रमण कर रहे हैं. शुक्रवार को मऊ जनपद की मधुबन विधानसभा में पहुंचे सतीश चंद्र मिश्रा ने प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को संबोधित किया.
यहां पर उन्होंने सीधे भारतीय जनता पार्टी पर सवाल खड़ा किया. उन्होंने कहा कि हिंदुत्व के नाम पर भारतीय जनता पार्टी ने वोट तो लिया लेकिन काम करने के बजाय ब्राह्मणों पर सीधे अत्याचार शुरू कर दिया. चुन-चुन कर ब्राह्मणों की हत्या कराई जा रही है. वहीं कानपुर में ब्राह्मणों के साथ क्या हुआ, यह किसी से छिपा नहीं है. भारतीय जनता पार्टी राम की बात करती है लेकिन राम के नाम पर उसने केवल नोट और वोट एकत्रित किए.
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अयोध्या में मंदिर निर्माण के नाम पर केवल पैसे खर्च हो रहे हैं लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ भी काम नहीं दिख रहा है. तो वहीं बनारस में पूरी तरह से विश्वनाथ मंदिर से जुड़ी आस्था को भी भारतीय जनता पार्टी ने खत्म कर दिया. गंगा में मलबा डालकर अर्धचंद्राकार गंगा की रूपरेखा को बदला जा रहा है. 2022 में जब बसपा की सरकार बनेगी तो भारतीय जनता पार्टी के सभी कार्यों की जांच की जाएगी और राम मंदिर निर्माण के नाम पर जो भारतीय जनता पार्टी घोटाला कर रही है, उसकी भी जांच होगी.