मऊ: जिले की एक महिला अधिकारी से चुनाव खर्च के नाम पर भाजपा नेता के मदद मांगने का वीडियो वायरल हुआ है. उसके बाद मौखिक रूप से सुरक्षा में तैनात उनके गनर को पुलिस अधीक्षक ने वापस ले लिया है. यह गनर बिना किसी सक्षम अधिकारी के आदेश के दिया गया था. माधव कृष्ण त्रिपाठी मोहम्मदाबाद कोतवाली थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं.
चुनाव के लिए महिला अधिकारी से मांगे थे दो लाख रुपये
भाजपा नेता द्वारा जिले की एक महिला अधिकारी से चुनाव में मदद के नाम पर दो लाख की मदद मांगने का वीडियो सोशल मीडिया पर कुछ दिन पूर्व वायरल हुआ था. महिला विभागीय नियमों का हवाला देकर अपनी बात रखने की कोशिश करती दिख रही है, लेकिन सत्ताधारी नेता दबाव बना रहा है. महिला अधिकारी कह रही है कि वह ऐसे कार्यों में रुचि नहीं लेती है, लेकिन जो भी संभव हो सकेगा मदद करेगी, नेता अपनी बात पर अड़े रहकर कोटेदार की सप्लाई रोक देने, 4 किलो राशन कम कर देने की बात कह रहा है.
उधर इसी भाजपा नेता के विरुद्ध मोहम्मदाबाद गोहना कोतवाली के बदले गांव निवासी शशि कुमार, सुर कुमार और पवन कुमार ने पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया कि गनर भेज कर अपने घर बुलाया. भाजपा नेता ने गेट के पास जमीन देने का दबाव बनाया. इनकार करने पर भाजपा नेता ने धमकाया. इन आईपीओ और एसपी को भी तहरीर की एक-एक प्रति भेजी थी. इस बारे में भाजपा नेता माधव त्रिपाठी का कहना है कि वायरल वीडियो से उनका कोई लेना-देना नहीं है. उधर पूरे मामले पर पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि 2 लोगों के गनर वापस ले लिये गए हैं. अगर उनको जरूरत होगी तो लिखित सूचना देंगे और कानूनी कार्रवाई के तहत उनको सुरक्षा प्रदान की जाएगी.
सत्ता का धौंस जमाकर इसके पूर्व में पुलिस अधीक्षक द्वारा मौखिक रूप से अपनी सुरक्षा में भाजपा नेता ने गनर लिया था, जिसके दुरुपयोग के बाद वर्तमान पुलिस अधीक्षक ने उनका गनर वापस ले लिया है.