मऊ: जिले में बीते दिनों हुई तेज बारिश के कारण जनपद में घाघरा नदी का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. गांव में पानी घुसने के कारण कई गांवों का सम्पर्क मार्ग मुख्य मार्ग से टूट चुका है. ग्रामीणों को परेशान होना पड़ रहा है. इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने राहत व बचाव के लिए पांच नावें तैनात कर दी हैं. वहीं विभिन्न विभागों को तैयार रहने के निर्देश भी दिए गए हैं.
जिले के दोहरीघाट स्थित मुक्ति धाम पर भारत माता मंदिर के पास बने बोल्डर पर नदी की धारा तेज गति से टक्कर मार रही है. घाघरा के तटवर्ती इलाकों में धनोली, रामपुर, नई बाजार, बहादुरपुर, सरिया, गोधनी, बीबीपुर जमीरा, रसूलपुर सूरजपुर आदि दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी घुसने की आशंका से ग्रामीण भयभीत हो गए हैं.
इसके साथ ही नदी में बढ़ते जल स्तर को देखते हुए प्रशासन सक्रिय है. प्रशासन की टीम लगातार नदी क्षेत्र के गांवों का निरीक्षण कर रहें हैं. जिन गांवों में पानी आ गया है वहां मदद की जा रही है. एसडीएम लालबाबू दूबे ने कहा कि घाघरा के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए राहत व बचाव के लिए मुख्य स्थानों पर नावें लगाई गई हैं. आवश्यकता पड़ने पर और भी नावें लगाई जाएंगी.
प्रशासन बाढ़ की विभीषिका से निपटने के लिए तैयार है. वहीं उन्होंने बाढ़ के मद्देनजर सिंचाई विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पशु चिकित्सक विभाग, राजस्व विभाग, ग्राम पंचायत अधिकारी आदि को बाढ़ के उग्र रूप से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए.