ETV Bharat / state

मऊ में डॉक्टर पीएल गुप्ता सहित 100 लोगों पर FIR - मऊ में आईएमए के अध्यक्ष पर मुकदमा

उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में लेखपाल सर्वेश सिंह ने आईएमए के अध्यक्ष और गुप्ता डायग्नोस्टिक के निदेशक सर्जन डॉ. पीएल गुप्ता सहित 100 अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है. डॉ. गुप्ता पर राजस्वकर्मियों से बदसलूकी का आरोप है.

मऊ की खबर
मऊ की खबर
author img

By

Published : Feb 20, 2021, 10:56 PM IST

मऊ: सरायलखंसी थाने की पुलिस ने लेखपाल सर्वेश सिंह की तहरीर पर आईएमए के अध्यक्ष और गुप्ता डायग्नोस्टिक के निदेशक सर्जन डॉ. पीएल गुप्ता सहित 100 अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है. दर्ज मामले में आरोप लगाया गया है कि आईएमए के अध्यक्ष डॉ. पीएल गुप्ता ने राजस्व कर्मियों के साथ बदसलूकी की है.

उद्घाटन कार्यक्रम में हुई घटना
गौरतलब है कि डॉ. पीएल गुप्ता के डाइग्नोस्टिक सेंटर पर बीते मंगलवार को उद्घाटन कार्यक्रम था. इस दौरान एसडीएम सदर निरंकार सिंह फोर्स के साथ पहुंचे. आरोप है कि डॉ. गुप्ता ने सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाते हुए कार्य नहीं करने दिया. इस संबंध में एसओ सरायलखंसी राम सिंह ने कहा कि पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर जांच पड़ताल की जा रही है. दूसरी तरफ बात करने पर डॉ. पीएल गुप्ता ने बताया कि प्रशासन उनके साथ नाइंसाफी कर रहा है. पहले तो भीटा पर निर्माण कराने का आरोप लगाकर उनके नवनिर्मित भवन को सीज करने का प्रयास किया. कागज आदि दिखाने पर प्रशासन लौट गया. दूसरे दिन उन्हें नक्शा पास न होने का नोटिस जारी किया है. इस तरह से प्रशासन मानसिक उत्पीड़न करने पर आमादा है.

सरकारी जमीन पर कब्जे का है पूरा मामला
डॉक्टर पी एल गुप्ता पर लेखपाल ने जो मुकदमा दर्ज करवाया है उसके पीछे पूरा मामला सरकारी की जमीन का है . गौरतलब है कि नगर क्षेत्र में बंजर भीटे सहित सरकारी जमीन पर भारी मात्रा में कब्जा किया गया है. इसी को लेकर के जिला प्रशासन अभियान चला रहा है. इस अभियान में डॉक्टर पी एल गुप्ता का नवनिर्मित डायग्नोस्टिक सेंटर का भवन भी शामिल हो रहा है. ऐसे में 16 फ़रवरी को बिल्डिंग को सीज करने पहुंचे राजस्व कर्मियों को डॉक्टर पी एल गुप्ता के प्रभावशीलता का शिकार होना पड़ा था. हालत यह रही कि दर्जनों की संख्या में वकीलों ने एसडीएम और तहसीलदार से बहस की और अनन्तः राजस्व कर्मियों को वापस लौटना पड़ा था.

मऊ: सरायलखंसी थाने की पुलिस ने लेखपाल सर्वेश सिंह की तहरीर पर आईएमए के अध्यक्ष और गुप्ता डायग्नोस्टिक के निदेशक सर्जन डॉ. पीएल गुप्ता सहित 100 अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है. दर्ज मामले में आरोप लगाया गया है कि आईएमए के अध्यक्ष डॉ. पीएल गुप्ता ने राजस्व कर्मियों के साथ बदसलूकी की है.

उद्घाटन कार्यक्रम में हुई घटना
गौरतलब है कि डॉ. पीएल गुप्ता के डाइग्नोस्टिक सेंटर पर बीते मंगलवार को उद्घाटन कार्यक्रम था. इस दौरान एसडीएम सदर निरंकार सिंह फोर्स के साथ पहुंचे. आरोप है कि डॉ. गुप्ता ने सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाते हुए कार्य नहीं करने दिया. इस संबंध में एसओ सरायलखंसी राम सिंह ने कहा कि पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर जांच पड़ताल की जा रही है. दूसरी तरफ बात करने पर डॉ. पीएल गुप्ता ने बताया कि प्रशासन उनके साथ नाइंसाफी कर रहा है. पहले तो भीटा पर निर्माण कराने का आरोप लगाकर उनके नवनिर्मित भवन को सीज करने का प्रयास किया. कागज आदि दिखाने पर प्रशासन लौट गया. दूसरे दिन उन्हें नक्शा पास न होने का नोटिस जारी किया है. इस तरह से प्रशासन मानसिक उत्पीड़न करने पर आमादा है.

सरकारी जमीन पर कब्जे का है पूरा मामला
डॉक्टर पी एल गुप्ता पर लेखपाल ने जो मुकदमा दर्ज करवाया है उसके पीछे पूरा मामला सरकारी की जमीन का है . गौरतलब है कि नगर क्षेत्र में बंजर भीटे सहित सरकारी जमीन पर भारी मात्रा में कब्जा किया गया है. इसी को लेकर के जिला प्रशासन अभियान चला रहा है. इस अभियान में डॉक्टर पी एल गुप्ता का नवनिर्मित डायग्नोस्टिक सेंटर का भवन भी शामिल हो रहा है. ऐसे में 16 फ़रवरी को बिल्डिंग को सीज करने पहुंचे राजस्व कर्मियों को डॉक्टर पी एल गुप्ता के प्रभावशीलता का शिकार होना पड़ा था. हालत यह रही कि दर्जनों की संख्या में वकीलों ने एसडीएम और तहसीलदार से बहस की और अनन्तः राजस्व कर्मियों को वापस लौटना पड़ा था.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.