मऊ: जिले में घाघरा नदी उफान पर है. मधुबन तहसील के 20 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. गजियापुर गांव में रिंग बांध टूटने से सैकड़ों लोग अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जा चुके हैं. वहीं जिले में नाव पलटने से 6 लोगों की मौत भी हो चुकी है. ऐसे में जिला प्रशासन के प्रति ग्रामीणों में रोष है. प्रशासन की उदासीनता से परेशान ग्रामीणों ने बाढ़ क्षेत्र के दौरे पर आए स्थानीय विधायक एवं वन मंत्री दारा सिंह चौहान को अपनी समस्याएं बताई.
बाढ़ क्षेत्र में जिला प्रशासन की ओर से प्रभावी तरीके से काम नहीं होने के कारण लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं. ग्रामीणों ने अनुसार न तो नाव की व्यवस्था की गई है और न ही बाढ़ पीड़ितों के लिए राशन का उचित प्रबंध किया गया है. बांध टूट जाने के कारण फसल बर्बाद हो गई है. बार-बार कहने पर भी सिंचाई विभाग बांध की मरम्मत नहीं करा रहा है, जिस कारण खतरा और बढ़ गया है.
स्थानीय प्रशासन के रवैये से नाराज ग्रामीणों ने बाढ़ क्षेत्र का दौरा करने आए वन मंत्री को अपनी परेशानियां बताई. वहीं मंत्री ने जल्द की बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में उचित प्रबंध कारने का दावा किया. जिला प्रशासन की उदासीनता पर उन्होंने कहा कि, जो भी जिम्मेदार होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी. इस दौरान जिला प्रशासन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने में नाकाम रहा.
वन मंत्री ने कहा कि लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया जा रहा है, पीड़ितों को सभी सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि सीएम योगी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं.