मऊः जिलाधिकारी ने कोरोना योद्धाओं के साथ एक अहम बैठक की. कलेक्ट्रेट के सभागार में जनपद के सभी निजी नर्सिंग होम संचालक शामिल हुए. इस बैठक का उद्देश्य सरकार द्वारा नई गाइडलाइन के आधार पर बाहर से भारी संख्या में मजदूरों व प्रतियोगी छात्रों को लाने के बाद कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ने की संभावना से निपटने था.
लॉकडाउन में अन्य प्रदेशों में फंसे भारी संख्या में मजदूरों को अपने गृह जनपद लाने के बाद संक्रमण की संभावित संभावना को देखते हुए जिलाधिकारी ने कोरोना योद्धाओं से बैठक कर नई योजना बनाई. जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि सरकार द्वारा दूसरे जनपदों में व प्रदेशों में फंसे छात्रों व भारी संख्या में मजदूरों को उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में पहुंचाने का निर्णय लिया है. इसको देखते हुए हम लोगों ने लगभग 15 हजार आश्रय स्थानों को बढ़ाने का विचार किया है.
नर्सिंग होम एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर एचएन सिंह ने बताया कि 3 मई के बाद मरीजों की संख्या के बढ़ने की संभावना को देखते हुए पहले से जिलाधिकारी मऊ ने सभी नर्सिंग होम संचालकों से बात की और सुझाव लिया. मजदूरों के आने से पहले ही जिलाधिकारी ने मेडिकल सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों को अपने विश्वास में लिया. साथ ही डॉक्टरों के साथ हो रहे उत्पीड़न को गंभीरता से लेते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि भविष्य में कोरोना योद्धाओं के साथ अभद्रता बर्दाश नहीं की जाएगी.