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मऊ: फसल बीमा कंपनी किसानों को नहीं दे रही क्षतिपूर्ति, होगी कार्रवाई - बिजली विभाग

उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में किसान दिवस का आयोजन किया गया. इसमें जिले के किसानों ने जून और जुलाई माह में अत्यधिक वर्षा से किसानों को हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति देने की मांग की गई. जिलाधिकारी ने कल ही फसल बीमा कंपनी के प्रभारी और सम्बन्धित कर्मचारियों को बैठक में आने का आदेश दिया है. जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि फसल बीमा कंपनी के ऊपर कार्रवाई की जाएगी.

कलेक्ट्रेट सभागार में किसान दिवस का आयोजन.
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Published : Aug 22, 2019, 12:19 PM IST

मऊ: जिले में कलेक्ट्रेट सभागार में किसान दिवस का आयोजन किया गया. इसमें जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए किसानों ने हिस्सा लिया. किसान दिवस में बिजली विभाग के अधिकारी मौजूद नहीं रहे, जबकि किसानों की तरफ से कई गांवों में बिजली न आने व बांस के पोल पर बिजली के तार लटकने का मुद्दा उठाया गया है.

कलेक्ट्रेट सभागार में किसान दिवस का आयोजन.

किसान दिवस में उठाए गए मुद्दे

  • जिले में कलेक्ट्रेट सभागार में किसान दिवस का आयोजन किया गया.
  • इसमें कहा गया कि शारदा सहायक से जुड़ी नहरों में न तो सिल्ट की सफाई की गई और न ही नहरों में कभी पानी आता है.
  • जिलाधिकारी ने मनरेगा के तहत नहर की सफाई कराने की बात कही.
  • फसल बीमा कंपनी और राजस्व विभाग द्वारा अभी तक सर्वे नहीं कराए जाने की शिकायत की गई.
  • जिलाधिकारी द्वारा पशु विभाग को पालतू पशुओं का जियो टैगिंग कराने को कहा गया.
  • किसान सम्मान निधि का पैसा न मिलने की शिकायत भी किसानों ने की है.
  • जिलाधिकारी फसल बीमा कंपनी के ऊपर कार्रवाई करने की बात कही.

गांवों में बिजली नहीं पहुंच पा रही है. विद्युत सब स्टेशनों पर जेई भी नहीं बैठते. आज बैठक में भी बिजली विभाग के अधिकारी नहीं मौजूद रहे. डीएम ने कहा है कि अगली बार बैठक में बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता को बुलाया जाएगा. हर बार किसान दिवस पर अधिकारियों को समस्याएं सुनाने पर कार्रवाई की बात कही जाती है, लेकिन क्या कार्रवाई हुई वह नहीं बताया जाता.
-राकेश सिंह, किसान नेता व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष

बीमा कंपनी से जुड़ी शिकायत आई है. पहले भी इस बारे में कंपनी से बात की गई थी, आज फिर कंपनी के प्रभारी को बुलाने का निर्देश दिया गया है. जून-जुलाई में अत्यधिक वर्षा से खेती को नुकसान पहुंचा है. अभी भी कुछ क्षेत्रों में खेतों में पानी लगा हुआ है. बावजूद इसके बीमा कंपनी द्वारा सर्वे करके किसानों को लाभ नहीं दिया गया है. इस विषय को शासन के सामने भी रखा जाएगा और कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
-ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी, डीएम, मऊ

मऊ: जिले में कलेक्ट्रेट सभागार में किसान दिवस का आयोजन किया गया. इसमें जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए किसानों ने हिस्सा लिया. किसान दिवस में बिजली विभाग के अधिकारी मौजूद नहीं रहे, जबकि किसानों की तरफ से कई गांवों में बिजली न आने व बांस के पोल पर बिजली के तार लटकने का मुद्दा उठाया गया है.

कलेक्ट्रेट सभागार में किसान दिवस का आयोजन.

किसान दिवस में उठाए गए मुद्दे

  • जिले में कलेक्ट्रेट सभागार में किसान दिवस का आयोजन किया गया.
  • इसमें कहा गया कि शारदा सहायक से जुड़ी नहरों में न तो सिल्ट की सफाई की गई और न ही नहरों में कभी पानी आता है.
  • जिलाधिकारी ने मनरेगा के तहत नहर की सफाई कराने की बात कही.
  • फसल बीमा कंपनी और राजस्व विभाग द्वारा अभी तक सर्वे नहीं कराए जाने की शिकायत की गई.
  • जिलाधिकारी द्वारा पशु विभाग को पालतू पशुओं का जियो टैगिंग कराने को कहा गया.
  • किसान सम्मान निधि का पैसा न मिलने की शिकायत भी किसानों ने की है.
  • जिलाधिकारी फसल बीमा कंपनी के ऊपर कार्रवाई करने की बात कही.

गांवों में बिजली नहीं पहुंच पा रही है. विद्युत सब स्टेशनों पर जेई भी नहीं बैठते. आज बैठक में भी बिजली विभाग के अधिकारी नहीं मौजूद रहे. डीएम ने कहा है कि अगली बार बैठक में बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता को बुलाया जाएगा. हर बार किसान दिवस पर अधिकारियों को समस्याएं सुनाने पर कार्रवाई की बात कही जाती है, लेकिन क्या कार्रवाई हुई वह नहीं बताया जाता.
-राकेश सिंह, किसान नेता व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष

बीमा कंपनी से जुड़ी शिकायत आई है. पहले भी इस बारे में कंपनी से बात की गई थी, आज फिर कंपनी के प्रभारी को बुलाने का निर्देश दिया गया है. जून-जुलाई में अत्यधिक वर्षा से खेती को नुकसान पहुंचा है. अभी भी कुछ क्षेत्रों में खेतों में पानी लगा हुआ है. बावजूद इसके बीमा कंपनी द्वारा सर्वे करके किसानों को लाभ नहीं दिया गया है. इस विषय को शासन के सामने भी रखा जाएगा और कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
-ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी, डीएम, मऊ

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मऊ। यूपी के जनपद मऊ में कलेक्ट्रेट सभागार में किसान दिवस का आयोजन किया गया. जिसमें जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए किसानों ने हिस्सा लिया. इस दौरान जून व जुलाई माह में अत्यधिक वर्षा से किसानों को हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति देने की मांग की गई. किसान नेता राकेश सिंह ने जिलाधिकारी से फसल बीमा कंपनी द्वारा जिले में कार्यालय न खोलने की शिकायत भी की. जिसपर जिलाधिकारी ने कल ही फसल बीमा कंपनी के प्रभारी और सम्बन्धित कर्मचारियों को बैठक में आने का आदेश दिया है. साथ ही जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि फसल बीमा कंपनी के ऊपर कार्रवाई की जाएगी.


Body:किसान दिवस में उठाए गए मुद्दे -

किसान दिवस में बिजली विभाग के अधिकारी मौजूद नहीं रहे. जबकि किसानों की तरफ से अनेक गांवों में बिजली न आने व बांस के पोल पर बिजली के तार लटकने का मुद्दा उठाया गया है. शारदा सहायक खण्ड 32 से जुड़ी नहरों में ना तो सिल्ट की सफाई की गई और ना ही नहरों में कभी पानी आता है. इस सवाल पर जिलाधिकारी ने मनरेगा के तहत नहर की सफाई कराने की बात कही. फसल बीमा कंपनी और राजस्व विभाग द्वारा अभी तक सर्वे नहीं कराए जाने की शिकायत की गई. जिलाधिकारी द्वारा पशु विभाग को पालतू पशुओं के जियो टैगिंग कराने को कहा गया. किसान सम्मान निधि का पैसा न मिलने की शिकायत भी किसानों ने की है.

पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष किसान नेता राकेश सिंह ने बताया कि गांवों में बिजली नहीं पहुंच पा रही है. विद्युत सब स्टेशनों पर जेई भी नहीं बैठते. आज बैठक में भी बिजली विभाग के अधिकारी नहीं मौजूद रहे. डीएम ने कहा है कि अगली बार बैठक में बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता को बुलाया जाएगा. हर बार किसान दिवस पर अधिकारियों को समस्याएं सुनाने पर कार्रवाई की बात कही जाती है लेकिन क्या कार्रवाई हुई वह नहीं बताया जाता. बैठक में डीएम के सामने इसकी मांग की गई कि किसानों को कार्रवाई के बारे में भी बताया जाए. पिछले महीने हुई बरसात में किसानों को भारी नुकसान हुआ. डीएम से इसकी शिकायत की गई थी, बावजूद इसके सर्वेक्षण नहीं किया गया. जमीनी स्तर पर फसल बीमा योजना का लाभ किसानों को नहीं मिल रहा है, जबकि किसानों के खाते से प्रीमियम काट लिया जाता है.

मीडिया के सवाल पर जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि बीमा कंपनी से जुड़ी शिकायत आई है. पहले भी इस बारे में कंपनी से बात की गई थी, आज फिर कंपनी के प्रभारी को बुलाने का निर्देश दिया गया है. जून-जुलाई में अत्यधिक वर्षा से खेती को नुकसान पहुंचा है. अभी भी कुछ क्षेत्रों में खेतों में पानी लगा हुआ है. बावजूद इसके बीमा कंपनी द्वारा सर्वे करके किसानों को लाभ नहीं दिया गया है. इस विषय को शासन के सामने भी रखा जाएगा और कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि किसान दिवस में फसल बीमा करने वाली कंपनी के जिला प्रभारी खुद न आकर प्रतिनिधि को भेजा था. जिसपर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्हें बैठक से बाहर भेज दिया. साथ ही निर्देश दिया कि कल ही कंपनी कि अधिकारी को बैठक में बुलाएं.

बाईट - राकेश सिंह (किसान नेता व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष)
बाईट - ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी (डीएम, मऊ)


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