मऊ: जिले में कोविड-19 टीकाकरण महाअभियान चरणबद्ध तरीके से चलाया जा रहा है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतीश चंद्र सिंह ने बताया कि बुधवार को जिले के 7 टीकाकरण केंद्रों पर 13 सत्रों में 1,554 रजिटर्ड स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जायेगा. जिले में 16, 22, 28 और 29 जनवरी 2021 में 8,198 के सापेक्ष 4,455 लोगों को कोविड-19 का टीकाकरण कर एक लक्ष्य को प्राप्त किया गया है. उन्होंने ने बताया कि कोविड–19 का यह टीका सबसे सुरक्षित टीका है. यह शरीर पर किसी तरह का गंभीर प्रभाव नहीं छोड़ता है.
उन्होंने बताया कि कोरोना का टीका लगाने के बाद तबीयत ठीक न लगना, थकान महसूस होना, कपकपी या बुखार सा महसूस होना, सिर दर्द, मितली, जोड़ों या मांसपेशियों में दर्द की समस्या आ रही है तो इसका मतलब यह टीका शरीर पर अपना असर कर रहा है. जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. बीके यादव ने बताया कि जिले के सभी 1,554 लाभार्थियों को को-विन पोर्टल के माध्यम से सूचना चलाई गई है.
लाभार्थी टीका लगवाने से पहले दें पूरी जानकारी
टीका लगवाने से पहले यदि एलर्जी या बुखार की कोई दवा ले रहे हैं या प्रतिरक्षा क्षमता संबंधित दवा ले रहे हैं तो इस बात की जानकारी स्वास्थ्य अधिकारी को दें. गर्भवती या स्तनपान करा रही महिलाओं को भी टीका लेने से पहले स्वास्थ्य अधिकारी पूरी जानकारी देना चाहिए. सीरम इंस्टीट्यूट की फैक्टशीट के अनुसार कोविशील्ड टीका 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए है. यह टीका उन लोगों को नहीं लगाया जा सकता है जिन्हें पहली खुराक के बाद गंभीर रूप से एलर्जी हुई हो. इसके लिए चिकित्सक से परामर्श लें.
कोविड हेल्पलाइन नम्बर पर सम्पर्क करें
लाभार्थी को कोविशील्ड से जुड़े प्रतिकूल प्रभाओं को लेकर सामान्य तौर पर थकान महसूस होना, कपकपी या बुखार, सिर दर्द की शिकायत आम हो सकती है. वैक्सीन लगने के बाद कुछ घंटों में यदि कोई साइड इफेक्ट दिखता है तो इस बारे में वैक्सीन लगाने वाले को तत्काल जानकारी दें या फिर जिला कोविड-19 कंट्रोल एंड कमांड सेंटर पर बने हेल्प-लाइन नंबर 05498-220827, प्रदेश हेल्पलाइन नंबर 104 पर सम्पर्क करें.