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मुख्तार अंसारी पर एक और मुकदमा दर्ज - hindi news mukhatar

इस केस में विधायक मुख्तार अंसारी पर विधायक निधि में हेराफेरी का आरोप लगा है. विधायक के करीबी 10 साल तक मुख्तार के विधायक निधि से एक स्कूल के नाम पर रकम निकालते रहे. सच्चाई यह थी कि स्कूल असल में था ही नहीं. गौरतलब है कि विधायक निधि का फंड प्रशासन एमएलए की संस्तुति और सत्यापन के बाद ही जारी करता है. यानी मामले में गड़बड़ी तो है

मुख्तार पर एक और मुकदमा दर्ज
मुख्तार पर एक और मुकदमा दर्ज
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Published : Apr 25, 2021, 6:39 PM IST

मऊ : मुख्तार अंसारी समेत अन्य 5 लोगों पर रविवार को सराय लखंसी थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया. आरोप है कि मुख्तार अंसारी और अन्य आरोपियों ने विधायक निधि का दुरुपयोग कर स्कूल बनवाने के नाम से 25 लाख रुपये निकाले थे. जांच में यह सामने आया था कि जिस स्कूल के नाम पर विधायक निधि निकाली गई थी, वह कभी बनाया ही नहीं गया. आरोप है कि फर्जी दस्तावेजों के जरिये वर्ष 2006 से वर्ष 2017-18 के बीच विधायक निधि से स्कूल के नाम पर लगातार रकम निकाली गई.

यह भी पढ़ें : निजी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से नो एडमिशन का बोर्ड

जो स्कूल बना ही नहीं, उसके नाम लेते रहे विधायक निधि से रकम

इस मामले में मुख्तार अंसारी के अलावा उनके सहयोगी आनंद यादव, बैजनाथ यादव, संजय सागर के विरुद्ध लखंसी थाने में केस दर्ज किया गया है. आरोप है कि फर्जीवाड़े के लिए गुरु जगदीश सिंह बैजनाथ पहलवान विद्यालय के नाम से प्रस्ताव तैयार किया गया था. आरोप है कि उस समय सरवां गांव के तत्कालीन प्रधान बैजनाथ यादव ने स्कूल बनाने को लेकर फर्जी प्रस्ताव बनाया. इसमें उन्होंने अपनी पत्नी को स्कूल का प्रबंधक बताया था. बैजनाथ ने ग्राम पंचायत से स्कूल बनवाने का प्रस्ताव पारित कर जिला प्रशासन को भेजा था. हद तो यह हो गई इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने बिना भौतिक सत्यापन के विधायक की सिफारिश पर राशि आवंटित कर दी. ऐसा 2006 से 2017 तक चलता रहा. इस खेल में उस समय मौजूद कई प्रशासनिक अधिकारियों की भी भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है. इन अधिकारियों ने बिना विद्यालय बने ही विद्यालय के नाम पर विधायक निधि से लगातार भुगतान किया. इस मामले में विधायक समेत अन्य चार लोगों पर अब मुकदमा दर्ज किया गया है.

मऊ : मुख्तार अंसारी समेत अन्य 5 लोगों पर रविवार को सराय लखंसी थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया. आरोप है कि मुख्तार अंसारी और अन्य आरोपियों ने विधायक निधि का दुरुपयोग कर स्कूल बनवाने के नाम से 25 लाख रुपये निकाले थे. जांच में यह सामने आया था कि जिस स्कूल के नाम पर विधायक निधि निकाली गई थी, वह कभी बनाया ही नहीं गया. आरोप है कि फर्जी दस्तावेजों के जरिये वर्ष 2006 से वर्ष 2017-18 के बीच विधायक निधि से स्कूल के नाम पर लगातार रकम निकाली गई.

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जो स्कूल बना ही नहीं, उसके नाम लेते रहे विधायक निधि से रकम

इस मामले में मुख्तार अंसारी के अलावा उनके सहयोगी आनंद यादव, बैजनाथ यादव, संजय सागर के विरुद्ध लखंसी थाने में केस दर्ज किया गया है. आरोप है कि फर्जीवाड़े के लिए गुरु जगदीश सिंह बैजनाथ पहलवान विद्यालय के नाम से प्रस्ताव तैयार किया गया था. आरोप है कि उस समय सरवां गांव के तत्कालीन प्रधान बैजनाथ यादव ने स्कूल बनाने को लेकर फर्जी प्रस्ताव बनाया. इसमें उन्होंने अपनी पत्नी को स्कूल का प्रबंधक बताया था. बैजनाथ ने ग्राम पंचायत से स्कूल बनवाने का प्रस्ताव पारित कर जिला प्रशासन को भेजा था. हद तो यह हो गई इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने बिना भौतिक सत्यापन के विधायक की सिफारिश पर राशि आवंटित कर दी. ऐसा 2006 से 2017 तक चलता रहा. इस खेल में उस समय मौजूद कई प्रशासनिक अधिकारियों की भी भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है. इन अधिकारियों ने बिना विद्यालय बने ही विद्यालय के नाम पर विधायक निधि से लगातार भुगतान किया. इस मामले में विधायक समेत अन्य चार लोगों पर अब मुकदमा दर्ज किया गया है.

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