मऊ: कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों को कोविड केयर ट्रेन के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया जा रहा है. मऊ जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर दो पर खड़ी ट्रेन में 12 कोच लगे हैं, जिसमें 160 बेडों की सुविधा दी गई है.
6 जुलाई तक इस कोविड केयर सेन्टर में कुल 188 संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया गया. 65 कोरोना के संदिग्ध को स्वस्थ हो जाने पर डिस्चार्ज कर दिया गया. वर्तमान में 123 कोरोना संदिग्धों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है, जिनमें 27 कोरोना पॉजिटिव हैं.
पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी के जनसम्पर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि मऊ जंक्शन पर कोविड केयर सेंटर के रूप में स्थापित कोचों की व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया. पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारियों एवं राज्य सरकार की मेडिकल टीम ने सोमवार को स्टेशन और कोविड कोचों का व्यापक निरीक्षण किया और मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कोविड केयर कोचों की साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन, पानी की आपूर्ति, बिजली की आपूर्ति, स्टेशन से आइसोलेशन, प्रवेश एवं निकास मार्गों का निरीक्षण किया. अधिकारी की गई व्यवस्थाओं से संतुष्ट दिखे.
मऊ जंक्शन पर देश का पहला कोविड 19 कोच सक्रिय हुआ है. जिला प्रशासन रेलवे कोच को आइसोलेशन वार्ड के रूप के काम ले रहा है. यहां पर पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आए संदिग्धों को रखा जाता है. वहीं जब जांच रिपोर्ट आने पर निगेटिव पाए जाने वाले लोगों को घर भेज दिया जाता है और पॉजिटिव पाए गए मरीज को कोविड 19 एल-1 हॉस्पिटल परदहा में रखा जाता है.
सोमवार को मऊ जंक्शन पर कोविड रेलवे कोच का निरीक्षण करने आए रेलवे अधिकारियों के माध्यम से पता चला कि कोच में 27 कोरोना पॉजिटिव मरीज भी रखे गए हैं. जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए सीएमओ को फटकार लगाते हुए तत्काल पॉजिटिव मरीजों को कोविड-19 एल-1 अस्पताल में शिफ्ट करने का निर्देश दिया.