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शुद्धिकरण में बह गया करोड़ों फिर भी यमुना 'अशुद्ध'

प्रदेश और केंद्र सरकार ने नमामि गंगे योजना के तहत करोड़ों रुपया पानी की तरह बहाया गया लेकिन कान्हा की नगरी में यमुना का जल अभी भी दूषित है. जिसकी वजह से यमुना नदी में डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं की भावना आहत हो रही है.

मथुरा में यमुना नदी का जल दूषित.
मथुरा में यमुना नदी का जल दूषित.
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Published : Dec 29, 2020, 6:26 PM IST

मथुराः प्रदेश और केंद्र सरकार की ओर से नमामि गंगे योजना के तहत करोड़ों रुपया पानी की तरह बहाया गया फिर भी कान्हा की नगरी में यमुना नदी 'अशुद्ध' ही रह गई. यमुना नदी में नालों का गंदा पानी गिरना आज भी जारी है. अधिकारियों ने यमुना नदी के किनारे नालों को टेप भी नहीं किया गया. यमुना नदी की साफ-सफाई सिर्फ कागजों तक सीमित है.

मथुरा में यमुना नदी का जल दूषित.
यमुना में अभी भी गिर रहा नाले का गंदा पानी
शहर के विश्राम घाट, गऊघाट और बंगाली घाट इलाके में आज भी नालों से निकलने वाला गंदा पानी यमुना नदी के जल को अशुद्ध कर रहे हैं. बरसों से यमुना नदी का जल शुद्ध करने की मुहिम सिर्फ कागजों तक ही सीमित है, जिससे दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं की भावना आहत होती है.
मथुरा में यमुना नदी का जल दूषित.
मथुरा में यमुना नदी का जल दूषित.
कागजों तक सिमटी योजना
केंद्र में बीजेपी सरकार बनने के बाद यमुना नदी को शुद्ध करने के लिए नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत करोड़ों रुपया बहाया गया. नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत बड़ी-बड़ी मशीनों से अभियान की शुरुआत की गई. कई सालों तक अभियान चलने के बाद आज भी यमुना नदी का जल अशुद्ध है. यमुना शुद्धिकरण को लेकर सामाजिक संगठन यमुना मिशन संगठन द्वारा कई बार आंदोलन जिला स्तर पर किए गए लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. यमुना शुद्धिकरण को लेकर केवल कागजों तक कार्रवाई की गई. यमुना नदी के किनारे आज भी शहर से निकला हुआ गंदा पानी यमुना नदी में गिर रहा है.

वर्षों से नहीं चला अभियान
स्थानीय निवासी डालचंद कर्दम ने बताया कि यमुना शुद्धिकरण को लेकर वर्षों से कोई अभियान नहीं चलाया गया. यमुना मिशन के तहत यमुना शुद्धिकरण को लेकर कई बार आंदोलन किए गए थे, लेकिन यमुना का जल आज भी अशुद्ध बना हुआ है. सरकार और अधिकारियों की कारवाई केवल कागजों तक सीमित है.


एसटीपी प्लांट का निर्माण जारी
नगर निगम मथुरा के महापौर मुकेश आर्य बंधु का कहना है कि यमुना नदी के जल शुद्धिकरण को लेकर एसटीपी प्लांट का निर्माण जारी है. यमुना में नालों का गंदा पानी न जाए, इसके लिए जल्द ही नालों को टेप कर दिया जाएगा. यमुना नदी में गिरने वाले नालों को चिन्हित किया गया है. फरवरी 2021 में सभी नाले टेप कर दिए जाएंगे.

मथुराः प्रदेश और केंद्र सरकार की ओर से नमामि गंगे योजना के तहत करोड़ों रुपया पानी की तरह बहाया गया फिर भी कान्हा की नगरी में यमुना नदी 'अशुद्ध' ही रह गई. यमुना नदी में नालों का गंदा पानी गिरना आज भी जारी है. अधिकारियों ने यमुना नदी के किनारे नालों को टेप भी नहीं किया गया. यमुना नदी की साफ-सफाई सिर्फ कागजों तक सीमित है.

मथुरा में यमुना नदी का जल दूषित.
यमुना में अभी भी गिर रहा नाले का गंदा पानी
शहर के विश्राम घाट, गऊघाट और बंगाली घाट इलाके में आज भी नालों से निकलने वाला गंदा पानी यमुना नदी के जल को अशुद्ध कर रहे हैं. बरसों से यमुना नदी का जल शुद्ध करने की मुहिम सिर्फ कागजों तक ही सीमित है, जिससे दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं की भावना आहत होती है.
मथुरा में यमुना नदी का जल दूषित.
मथुरा में यमुना नदी का जल दूषित.
कागजों तक सिमटी योजना
केंद्र में बीजेपी सरकार बनने के बाद यमुना नदी को शुद्ध करने के लिए नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत करोड़ों रुपया बहाया गया. नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत बड़ी-बड़ी मशीनों से अभियान की शुरुआत की गई. कई सालों तक अभियान चलने के बाद आज भी यमुना नदी का जल अशुद्ध है. यमुना शुद्धिकरण को लेकर सामाजिक संगठन यमुना मिशन संगठन द्वारा कई बार आंदोलन जिला स्तर पर किए गए लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. यमुना शुद्धिकरण को लेकर केवल कागजों तक कार्रवाई की गई. यमुना नदी के किनारे आज भी शहर से निकला हुआ गंदा पानी यमुना नदी में गिर रहा है.

वर्षों से नहीं चला अभियान
स्थानीय निवासी डालचंद कर्दम ने बताया कि यमुना शुद्धिकरण को लेकर वर्षों से कोई अभियान नहीं चलाया गया. यमुना मिशन के तहत यमुना शुद्धिकरण को लेकर कई बार आंदोलन किए गए थे, लेकिन यमुना का जल आज भी अशुद्ध बना हुआ है. सरकार और अधिकारियों की कारवाई केवल कागजों तक सीमित है.


एसटीपी प्लांट का निर्माण जारी
नगर निगम मथुरा के महापौर मुकेश आर्य बंधु का कहना है कि यमुना नदी के जल शुद्धिकरण को लेकर एसटीपी प्लांट का निर्माण जारी है. यमुना में नालों का गंदा पानी न जाए, इसके लिए जल्द ही नालों को टेप कर दिया जाएगा. यमुना नदी में गिरने वाले नालों को चिन्हित किया गया है. फरवरी 2021 में सभी नाले टेप कर दिए जाएंगे.

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