मथुराः प्रदेश और केंद्र सरकार की ओर से नमामि गंगे योजना के तहत करोड़ों रुपया पानी की तरह बहाया गया फिर भी कान्हा की नगरी में यमुना नदी 'अशुद्ध' ही रह गई. यमुना नदी में नालों का गंदा पानी गिरना आज भी जारी है. अधिकारियों ने यमुना नदी के किनारे नालों को टेप भी नहीं किया गया. यमुना नदी की साफ-सफाई सिर्फ कागजों तक सीमित है.
केंद्र में बीजेपी सरकार बनने के बाद यमुना नदी को शुद्ध करने के लिए नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत करोड़ों रुपया बहाया गया. नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत बड़ी-बड़ी मशीनों से अभियान की शुरुआत की गई. कई सालों तक अभियान चलने के बाद आज भी यमुना नदी का जल अशुद्ध है. यमुना शुद्धिकरण को लेकर सामाजिक संगठन यमुना मिशन संगठन द्वारा कई बार आंदोलन जिला स्तर पर किए गए लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. यमुना शुद्धिकरण को लेकर केवल कागजों तक कार्रवाई की गई. यमुना नदी के किनारे आज भी शहर से निकला हुआ गंदा पानी यमुना नदी में गिर रहा है.
एसटीपी प्लांट का निर्माण जारी
नगर निगम मथुरा के महापौर मुकेश आर्य बंधु का कहना है कि यमुना नदी के जल शुद्धिकरण को लेकर एसटीपी प्लांट का निर्माण जारी है. यमुना में नालों का गंदा पानी न जाए, इसके लिए जल्द ही नालों को टेप कर दिया जाएगा. यमुना नदी में गिरने वाले नालों को चिन्हित किया गया है. फरवरी 2021 में सभी नाले टेप कर दिए जाएंगे.