मथुरा : वृंदावन में मोक्षदायिनी यमुना को प्रदूषण से मुक्त कराने के लिए कई सालों से मांग चली आ रही है. इस संबंध में कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक में भी चर्चा की गई. शनिवार को कुंभ मेला क्षेत्र स्थित अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के सेवा शिविर में संत-विद्वत संगोष्ठी का आयोजन किया गया. संगोष्ठी में यमुना के शुद्ध होने तक प्रशासन पर दबाब बनाने, स्वयं स्वच्छता का कार्य करने और यमुना में गिर रहे नालों को टेप कराने का संकल्प लिया गया.
संगोष्ठी में उठी यमुना शुद्धिकरण की मांग
संगोष्ठी में नगर अध्यक्ष अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा रामविलास चतुर्वेदी ने बताया कि कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक पर अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा का सेवा शिविर चल रहा है. इसमें यमुना शुद्धिकरण पर कार्यशाला चल रही है. इसमें सभी संतों ने अपना-अपना मत रखा है. उन्होंने आगे कहा कि यमुना के शुद्धिकरण के लिए कई वर्ष से कई आयोजन किए गए हैं. कई विशाल संगोष्ठी हुई हैं. कई यात्राएं निकली गई हैं, परंतु अभी तक यमुना उपेक्षा का ही शिकार हो रही है.
उन्होंने बताया कि अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा ने यमुना को शुद्ध करने के लिए पहले भी ज्ञापन दिया है. यमुना समस्त प्राणियों के लिए मां है. उन्होंने कहा कि इस संगोष्ठी में यह संकल्प लिया गया है कि जब तक यमुना शुद्ध नहीं होगी, तब तक प्रशासन पर दबाव बनाया जाएगा.
पिछले काफी समय से साधु-संत, ब्रजवासी, श्रद्धालु, भक्त यमुना शुद्धिकरण की मांग करते चले आ रहे हैं. अभी तक यमुना का शुद्धिकरण नहीं हो पाया है. मांगों को लेकर बीच-बीच में साधु-संत और समाजसेवियों ने प्रदर्शन कर अपना रोष व्यक्त किया है. इसी क्रम में अब कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक में भी ब्रजवासी और साधु-संत फिर से यमुना शुद्धिकरण की मांग कर रहे हैं.
-रामविलास चतुर्वेदी, नगर अध्यक्ष, अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा