मथुरा: सात माह के बाद विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर को 17 अक्टूबर को आम दर्शनार्थियों के लिए खोला गया था, लेकिन भक्तों की उमड़ी भीड़ और अव्यवस्थाओं को देखते हुए मंदिर प्रबंधन कमेटी ने मंदिर को अगले आदेश तक बंद कर दिया. बिहारी जी के दर्शन के लिए आई जनपद के मगोर्रा की रहने वाली संगीता ने बांके बिहारी के दर्शन न मिलने पर मंदिर के बाहर हंगामा काटना शुरू कर दिया. बमुश्किल पुलिस की सहायता से महिला को मंदिर के बाहर से हटाया गया.
दर्शन न मिलने पर महिला ने किया हंगामा
दरअसल, मगोर्रा की रहने वाली संगीता अपने पिता साहब सिंह के साथ वृंदावन बांके बिहारी के दर्शन के लिए पहुंची थी, लेकिन मंदिर के पट बंद होने के कारण संगीता बांके बिहारी के दर्शन नहीं कर पाई. इससे नाराज संगीता ने मंदिर के बाहर ही हंगामा काटना शुरू कर दिया और बांके बिहारी के दर्शन करने की जिद करने लगी. स्थानीय लोगों और मंदिर के सुरक्षाकर्मियों द्वारा संगीता को काफी समझाया गया, लेकिन वह नहीं मानी और जमीन पर ही बैठकर भगवान के भजन गाने लगी.
संगीता और उसके पिता साहब सिंह ने पुलिस से बांके बिहारी के दर्शन को लेकर गुहार लगाई, लेकिन वहां से भी कोई मदद नहीं हो पाई. इसके बाद पुलिस ने संगीता के पिता साहब सिंह और स्थानीय लोगों की मदद से बड़ी मुश्किल से संगीता को मंदिर के बाहर से हटवाया.
महिला के पिता साहब सिंह ने बताया कि महिला संगीता बचपन से ही कान्हा की भक्त है. वह मुझे वृंदावन लेकर बांके बिहारी के दर्शन करने के लिए पहुंची थी, लेकिन दर्शन न मिलने के कारण वह नाराज हो गई और इस तरह हरकत कर रही है. वह मानसिक रूप से बीमार नहीं है. वह एकदम ठीक है वह नौकरी भी करती है, लेकिन वह भगवान की भक्ति में इतनी लीन है कि वह अपने आराध्य के दर्शन पाना चाहती है. उसका कहना है कि उसे कान्हा ने ही बुलाया है और मंदिर के पट खुलवाने के आदेश दिए हैं, लेकिन यहां पर हमारी कोई मदद नहीं कर रहा है.