मथुरा: यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के ट्वीट 'अयोध्या और काशी में भव्य मंदिर निर्माण का काम जारी है, मथुरा की तैयारी है' के बाद अब सूबे की सियासी गलियारों में हलचल मच गई है. योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का समर्थन करते हुए कहा कि अगर मथुरा में मंदिर नहीं बनेगा तो क्या लाहौर में बनेगा और जो लोग मथुरा में मंदिर नहीं चाहते वे अपना डीएनए टेस्ट कराएं.
मंत्री आगे कहा कि जब भगवान श्री कृष्ण मथुरा में पैदा हुए हैं तो यहां मंदिर भी बनना चाहिए. उन्होंने कहा कि यहां तो घर-घर में भगवान श्री कृष्ण के मंदिर हैं. यहां तो सब कन्हैया और राधा के पुजारी हैं. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि केशव प्रसाद मौर्य भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं. उन्होंने जो बात कही है, उसे तो प्रत्येक व्यक्ति को कहना चाहिए.
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मंत्री यहीं नहीं थमे आगे उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति भगवान श्रीकृष्ण का मंदिर मथुरा में नहीं चाहता है तो वह खुलकर सामने आए. जो अपने आपको भगवान श्री कृष्ण के वंशज कहते हैं. अगर वो नहीं चाहते कि भगवान कृष्ण का मंदिर मथुरा में बने तो वो अपना डीएनए टेस्ट कराएं.
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद से मथुरा जन्मभूमि प्रकरण जोर पकड़ रहा है. विगत वर्ष राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य जगदगुरु वासुदेवानंद सरस्वती ने भी कहा था कि पहले राम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण कराया जाएगा. राम मंदिर बनने के बाद काशी विश्वनाथ और फिर मथुरा की कृष्ण जन्मभूमि को मुक्त कराने के लिए काम किया जाएगा. इसे कोई रोक नहीं सकता है.
यूपी में विधानसभा चुनाव को कुछ ही माह शेष हैं. ऐसे में हिंदुत्व के एजेंडे को और मजबूत करने के लिए अब भाजपा के नेता कार्य कर रहे हैं. उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने मथुरा में मंदिर की तैयारी का जिक्र किया था. इसके बाद से ही सियासी गलियारों में उथल-पुथल मची हुई है.
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