मथुरा : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियाों ने अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए जातीय समीकरण बैठाना शुरू कर दिया है. प्रदेश में ब्राह्मण वोटों को अपनी ओर रिझाने के लिए बीएसपी ने दो चरणों में ब्राह्मण प्रबुद्ध वर्ग विचार संगोष्ठी प्रदेश के कई जिलों में शुरू की है. यूपी में ब्राह्मणों को बसपा से जोड़ने की जिम्मेदारी पार्टी के महासचिव सतीष चंद्र मिश्रा के कंधों पर है, लेकिन 2007 को दोहराने बसपा के लिए आसान नहीं है.
प्रदेश में 13 फीसदी ब्राह्मण वर्ग को अपनी ओर रिझाने के लिए राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस लिया है. शनिवार को बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा वृंदावन के बांके बिहारी का आशीर्वाद लेने के बाद ब्राह्मण प्रबुद्ध वर्ग विचार गोष्ठी कार्यक्रम में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों के सम्मान के लिए बीएसपी लोगों के साथ खड़ी हुई है. प्रबुद्ध वर्ग विचार गोष्ठी में पहुंचे बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा और पूर्व कैबिनेट मंत्री, नकुल दुबे दी ने लोगों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने 2022 विधानसभा चुनाव में बीएसपी की सरकार बनाने की अपील की. बीएसपी के ब्राह्मण प्रबुद्ध वर्ग विचार संगोष्ठी को लेकर ईटीवी भारत संवाददाता ने गोवर्धन स्थानीय निवासियों से बातचीत की.
स्थानीय निवासी सुरेश चंद शर्मा ने कहा- "ब्राह्मणों ने बीजेपी को 2017 में वोट देकर प्रदेश में बीजेपी सरकार बनाई, लेकिन आज प्रदेश में ब्राह्मणों को निशाना बनाया जा रहा है .खुलेआम अपराधी बनाकर गोली मार दी जाती है. ब्राह्मण वर्ग हमेशा से अपनी मर्यादा में रहा है वह कभी लड़ाई-झगड़ा नहीं करता. वहीं दूसरे स्थानीय निवासी ने कहा "ब्राह्मणों को प्रदेश में दबाया जा रहा है बीएसपी ने ब्राह्मणों की आवाज उठाई है हम सब बीएसपी के साथ हैं जो ब्राह्मणों का सम्मान करेगा हम उसी के साथ रहेंगे. स्थानीय निवासी ने कहा बीजेपी सरकार में ब्राह्मणों पर अत्याचार किए जा रहे हैं हम किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे आज बीएससी का ब्राह्मण प्रबुद्ध सम्मेलन हुआ ब्राह्मणों के सम्मान की आवाज उठाई गयी.
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मनीष लंबरदार स्थानीय निवासी ने कहा कि "वर्तमान हालात में ब्राह्मण वर्ग खासा परेशान किया जा रहा है. आए दिन ब्राह्मणों को अपराधी बनाकर या तो गोली मार दी जाती है या फिर सलाखों के पीछे डाल दिया जाता है. प्रदेश में ब्राह्मणों ने भारी संख्या में वोट देकर बीजेपी सरकार बनाई, लेकिन बीजेपी सरकार में ही ब्राह्मणों का अपमान किया जा रहा है. बीएसपी ने ब्राह्मणों के सम्मान की आवाज उठाई है हम सब को एक बार पुनः विचार करने का समय आ चुका है."
राजनीतिक पार्टियां तमाम सम्मेलन करके जातीय वोट बैंक अपनी ओर खींचने में लगी हुई है. बीएसपी ने शुरू किया ब्राह्मण प्रबुद्ध सम्मेलन तो वही समाजवादी पार्टी भी भगवान परशुराम के नाम को लेकर ब्राह्मणों को अपनी ओर रिझाने में लगी हैं. बीजेपी राम मंदिर के नाम पर ब्राह्मण को साधने में लगी है .कांग्रेस ने प्रदेश मे अपनी कमान प्रियंका गांधी को सौंप दी. प्रियंका गांधी संगठन को मजबूत करने में लगी हुई हैं. अब यह तो समय बताएगा कि विधानसभा चुनाव के बाद किसकी सरकार बनेगी और कौन कितना वोट अपनी ओर खींचने में सफल हो पाएगा.