मथुरा: जनपद की थाना सुरीर पुलिस एवं सर्विलांस टीम ने शुक्रवार को मुखबिर की सूचना पर लूटपाट करने वाले गैंग के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. अभियुक्त फाइनेंस कंपनी के कलेक्शन एजेंट को निशाना बनाकर लूटपाट करते थे. पुलिस ने शातिर लुटेरों को मुठभेड़ के दौरान यमुना एक्सप्रेसवे सर्विस रोड के नजदीक गांव तेहरा के जंगलों से गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि मोटरसाइकिलों को बदल-बदल कर लूट की घटनाओं को अंजाम दिया करते थे. सबसे पहले गैंग के सदस्य फाइनेंस कंपनी के कलेक्शन एजेंटों के बारे में जानकारी जुटाते थे कि वह कब किस गांव में कलेक्शन करने जाएगा. इसके बाद गैंग के सदस्य उसी गांव की रेकी करते थे. फिर आने जाने वाले रास्ते पर जाल बिछाकर कलेक्शन एजेंट के साथ लूट की घटना को अंजाम देते थे.
कभी-कभी फाइनेंस कार्यालय में जब कलेक्शन एजेंट पैसा जमा करने जाता था तो उसकी रेकी करके तथा फाइनेंस कार्यालय पर कलेक्शन एजेंट के आने-जाने वाले रास्ते पर रेकी कर गैंग के सदस्य लूट करते थे. घटना के दौरान आरोपी मोटरसाइकिलो की नंबर प्लेट भी बदल लिया करते थे. अवैध हथियारों के बल पर डरा धमकाकर और हवा में फायरिंग कर लूट की घटना को अंजाम देते थे.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा शैलेश कुमार पांडे ने बताया कि थाना सुरीर क्षेत्र में सत्या माइक्रोफाइनेंस नाम की कंपनी, जो कि आगरा बेस्ड कंपनी थी. उसके एक कलेक्शन एजेंट के साथ लूट की घटना को अंजाम दिया गया था. जिसमें तीन अपराधी मोटरसाइकिल से आए और एजेंट को असलहा दिखाकर से पैसे से भार बैग छीन कर भाग गए थे. बैग में 78 हजार रुपए नगद, एक मोबाइल, एक टैबलेट रखा हुआ था.
गिरफ्तार तीनों आरोपी थाना जमुनापार क्षेत्र के रहने वाले हैं. इन अभियुक्तों से 50500 रुपये, दो मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन, टैबलेट, बैग, असलहा, कारतूस और चाकू बरामद हुए हैं. लुटेरों ने पूछताछ में आगरा में हुई लूट करना स्वीकारा है. इसके साथ ही इनमें से एक अभियुक्त दीपू उर्फ मानवेंद्र पूर्व में कई घटनाओं में फरार चल रहा था. जिसको उसके दो साथियों भोलू और कोमल के साथ गिरफ्तार किया गया है.
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