मथुरा: कोरोना आपदा के निवारण हेतु नरोत्तम लाल सेवा संस्थान द्वारा आयोजित ऑनलाइन धार्मिक अनुष्ठान विश्व के इतिहास में कीर्तिमान स्थापित कर रहा है. इसके चतुर्थ चरण में सुंदरकांड का हजारों भक्तों ने एक साथ पाठ किया.
वृंदावन में आचार्य विष्णुकांत शास्त्री द्वारा इस धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया गया. इसमें आचार्य मृदुल कांत शास्त्री के आह्वान पर विश्व के लगभग 21 देशों से हजारों भक्तों ने एक साथ ऑनलाइन सुंदरकांड का पाठ कर भगवान से कोरोना वायरस से मुक्ति पाने की कामना की.
डिजिटल टेक्नोलॉजी से जा रही पूजा
आचार्य मृदुल कांत शास्त्री ने बताया कि महामारी बड़ी है. इसलिए उपाय भी बड़े होने चाहिए, लेकिन अब समस्या यह आ रही है की पूजा कैसे की जाए, प्रार्थना कैसे की जाए. लॉकडाउन होने के कारण लोग अपने-अपने घरों से नहीं निकल पा रहे हैं. धारा 144 लगी हुई है. इस समय विचार आया कि डिजिटल टेक्नोलॉजी को हम लोग उपयोग करते हुए ऑनलाइन पूजा करें.
विश्व के 1008 घरों से लोगों ने लिया हिस्सा
आचार्य ने बताया कि विभिन्न स्तरों पर यह पूजा चल रही है और इस पूजा का आज यह चौथा चरण चल रहा है. इसमें अभी तक रूद्राभिषेक हुए, हनुमान चालीसा का पाठ हुआ. आज विश्व के लगभग 21 देशों के 1008 घरों में भक्तों के द्वारा सामूहिक ऑनलाइन सुंदरकांड पाठ एक साथ एक समय पर किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि हमें पूर्ण विश्वास है कि हनुमान जी महाराज पर सुंदरकांड पाठ के द्वारा जैसे उन्होंने लंका पर विजय प्राप्त करने में श्री राम की सहायता की थी. इस महामारी को भी नष्ट करने में प्रभु सहायता करेंगे और निश्चित ही हम इस आपदा से मुक्त होंगे.