मथुराः एसपी-रालोद गठबंधन के वृंदावन प्रत्याशी देवेंद्र पाण्डेय के साथ 125 अज्ञात लोगों के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन और कोविड-19 की गाइडलाइन का उल्लंघन करने के आरोप में थाना कोतवलाी नगर में रिपोर्ट दर्ज की गई है. वहीं गठबंधन प्रत्याशी देवेंद्र अग्रवाल का कहना है कि स्थानीय प्रशासन बीजेपी के दबाव में काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि पूर्व में ही अनुमति मांगी गई थी. लेकिन हमें अनुमति नहीं दी गई और अब निराधार तरीके से एफआईआर दर्ज की गई है.
वहीं जब इस संबंध में देवेंद्र अग्रवाल से बात की तो उन्होंने कहा कि हमने तो कोई आचार संहिता का उल्लंघन किया ही नहीं है, ये प्रशासन के लोग हैं जबरदस्ती बीजेपी के दबाव में आकर हमारे खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं, जो गलत है. हमने आचार संहिता का कोई उल्लंघन नहीं किया है. हमारे कार्यक्रम में कोई भीड़ नहीं थी. जब हम यहां से प्रत्याशी हैं, तो हमसे तो लोग और कार्यकर्ता मिलने आएंगे ही. हम किसी भी कार्यकर्ता को भगा नहीं सकते हैं.
जब कोई मिलने के लिए आ रहा है तो वह आ रहा है. हमने 3 दिन पहले ही अनुमति के लिए डाला था कि हमें परमिशन दीजिए. प्रशासन का काम है हमें परमिशन दे, अगर प्रशासन परमिशन नहीं देगा, तो नेता क्या सड़क पर खड़ा हो जाएगा. हम अगर सड़क पर खड़े हो जाएंगे तो हमें सड़क पर भी लोग मिलने के लिए आएंगे. हम किसी को भगा थोड़ी सकते हैं. हमें जानबूझकर परमिशन नहीं दी गई है. हम तो परमिशन मांग रहे हैं हमें परमिशन दीजिए.
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दरअसल, सपा-रालोद के वृंदावन से संयुक्त प्रत्याशी देवेंद्र अग्रवाल हैं. बताया जा रहा है कि शुक्रवार को गठबंधन प्रत्याशी देवेंद्र अग्रवाल ने मथुरा के कृष्णा नगर में एक स्थानीय होटल में अपने समर्थकों और पार्टी के लोगों के साथ एक चुनावी बैठक की थी. आरोप है कि यह बैठक उन्होंने बिना किसी की अनुमति पर की थी. इसके साथ ही उन्होंने कोविड-19 गाइडलाइन और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया. जिस पर पुलिस ने वीडियोग्राफी कराते हुए गठबंधन प्रत्याशी सहित 125 लोगों के खिलाफ थाना कोतवाली नगर में मुकदमा पंजीकृत किया है.