मथुरा: वृंदावन अध्यात्म रक्षा मंच की एक बैठक की गई. यह बैठक दुसायत मोहल्ला स्थित ठाकुर राधा हे बिहारी मंदिर में उमापीठाधीश्वर स्वामी राम देवानंद सरस्वती की अध्यक्षता में आयोजित हुई. इसमें 26 दिसंबर को पड़ने वाले सूर्य ग्रहण के साथ यमुना में व्याप्त गंदगी को दूर करने के लिए यमुना ओखला बैराज से शुद्ध जल छोड़े जाने की मांग सरकार से की गई.
- 26 दिसंबर को पड़ने वाले सूर्य ग्रहण के चलते सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मथुरा वृंदावन पहुंचेंगे.
- यमुना के घाटों पर और यमुना में व्याप्त गंदगी को देखते हुए साधु संत चिंतित दिखाई पड़ रहे हैं.
- साधु संतों का कहना है कि सनातन धर्म के अनुसार सूर्य ग्रहण के पर्व का विशेष महत्व शास्त्रों में बताया गया है.
- सूर्य ग्रहण के दिन भारत की पवित्र नदियों में स्नान करने की प्राचीन परंपरा रही है.
- उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को यमुना में शुद्ध जल का प्रभाव 26 दिसंबर को करना चाहिए.
- सूर्य ग्रहण का समय स्नान दान आदि से जुड़ा हुआ है और नदियों में पवित्र जल प्रभाव होना अति आवश्यक है.
- ब्रज में अक्रूट घाट, केसी घाट, विश्राम घाट आदि स्थानों पर सूर्य ग्रहण पर यमुना स्नान करने का विशेष महत्व है.
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