मथुरा: एएनटीएफ ऑपरेशन यूनिट आगरा जोन ने शनिवार को अवैध मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने तस्करों के पास से 3 कुंतल 50 किलो अवैध गांजा बरामद किया है. जिसकी अंतरराष्ट्रीय कीमत लगभग एक करोड़ 75 लाख रुपये है. तस्करों के कब्जे से एक कार, एक मोटरसाइकिल, 100 ग्राम पीली धातु के आभूषण के साथ एक लाख से ज्यादा नगद बरामद किया है. गिरफ्तार दोनों तस्कर पति-पत्नी है और जिले के पडरारी गांव के निवासी हैं.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा शैलेश कुमार पांडे ने बताया कि तस्कर तेजपाल अपनी पत्नी के साथ अवैध गांजे को उड़ीसा से तस्करी कर मंगवाता था. इसके बाद एक सिंडिकेट बना करके व्यवसाय करता था. माल को छुपाने के लिए आरोपियों ने अपने घर में रचनात्मक तरीके से एक गुप्त तहखाने बनाकर रखा था. तेजपाल ने बताया कि अपने सहयोगियों के साथ दिल्ली व मथुरा, आगरा, हाथरस, अलीगढ़ में गांजे को खपाने के लिए चुनता था.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी मुख्य रूप से गाजे को सप्लाई करने के लिए किराए के वाहनों का इस्तेमाल करता था. जिसमें से एक कार और मोटरसाइकिल को इस्तेमाल किया जा रहा था. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि जब वह माल को लेने जाता था तो वह अपनी पत्नी को अवश्य अपने साथ लेकर जाता था. जिससे पुलिस को उस पर किसी तरह से शक न हो और पुलिस को चकमा देकर आराम से मादक पदार्थ ला सके. अगर पुलिस पूछताछ करती थी तो उसे बीमार बता दिया करता था.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा शैलेश कुमार पांडे ने बताया एक ज्वाइंट ऑपरेशन करते हुए टीम ने सराहनीय काम करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार किया है. आरोपी थाना राया क्षेत्र का रहने वाला तेजवीर और उसकी पत्नी है. इनके कब्जे से लगभग साढे़ तीन सौ किलोग्राम गांजा बरामद हुआ है. जिसकी बाजार में कीमत एक करोड़ 75 लाख रुपए है. इसके साथ ही काफी मात्रा में ज्वेलरी, जिसकी वैल्यू लगभग साढे़ पांच लाख के आस-पास है. इसी के साथ एक लाख से ऊपर का कैश बरामद हुआ है.
इसके अलावा एक कार, एक मोटरसाइकिल बरामद की गई है. इस गिरोह की चेन काफी लंबी है. बरामद मादक पदार्थ उड़ीसा ले लाया जा रहा था. इस गिरोह का में कई अन्य लोग भी शामिल हैं. इस गैंग का एक सदस्य वांछित है जिसका नाम किशनपाल है. जो जनपद मथुरा के थाना मांट क्षेत्र का रहने वाला है. जिसकी गिरफ्तार जल्द की जाएगी.गिरफ्तार अभियुक्त तेजपाल का आपराधिक इतिहास रहा है. वह पहले भी दो बार एनडीपीएस के मामले में जेल जा चुका है. वहीं, किशनपाल भी धोखाधड़ी और मारपीट में जेल गया है.