मथुरा : विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में जन्माष्टमी (shri krishna janmashtami festival) के दिन हुई 2 लोगों की मौत का मामला तूल पकड़ने लगा है. इस घटना के बाद शासन-प्रशासन मंदिर की व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. वहीं दूसरी तरफ मंदिर प्रबंधन एवं सेवायत गोस्वामियों के बीच आपसी मतेभद खुलकर सामने आ रहा है.
मंदिर प्रबंधन समिति के खिलाफ सोमवार को सेवायत गोस्वामियों ने विरोध प्रदर्शन किया और अपनी कई मांगे रखीं. मंदिर के सेवायतों ने चबूतरे पर चढ़कर मंदिर प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आक्रोशित गोस्वामियों का कहना है कि इस घटना को लेकर सेवायतों पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वह बेबुनियाद हैं. प्रदर्शन कर रहे सेवायतों ने कहा कि मंदिर की व्यवस्था की जिम्मेदारी प्रबंधन समिति की है. बांके बिहारी मंदिर के सेवायत दिनेश गोस्वामी ने कहा कि श्रद्धालुओं की मौत के मामले में दोषियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई होनी चाहिए.
दिनेश गोस्वामी ने बताया कि काफी समय से मंदिर के सेवायत और गोस्वामियों के ऊपर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं. लेकिन हकीकत कुछ और ही है. मंदिर में जब-जब लापरवाही सामने आती है, उसमें मंदिर प्रबंधन का हाथ होता है. जबकि मंदिर प्रबंधन से सेवायत गोसवामियों का कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा कि जन्माष्टमी के दिन हुई घटना काफी ह्रदय विदारक है. इस घटना में पूरी लापरवाही मंदिर प्रबंधन की है. उन्होंने कहा कि अगर व्यवस्थाएं ठीक होतीं, तो यह घटना नहीं होती.
इसे पढ़ें- श्रद्धालुओं की मौत के मामले में बांके बिहारी मंदिर के सेवायत ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप