मथुरा: शहर में 5000 वर्ष पुराना रंगेश्वर महादेव का मंदिर है. जहां सावन के दूसरे सोमवार को श्रद्धालुओं तांता लगा हुआ है. पौराणिक मान्यता है कि कंस को मारने के बाद जब कृष्ण बलराम में झगड़ा हुआ था तो स्वयं भगवान शिव प्रकट हुए थे और दोनों को समझाया था.
क्या है पूरा मामला-
- शहर में रंगेश्वर महादेव का प्राचीन मंदिर स्थित है.
- रंगेश्वर महादेव का यह मंदिर 5 हजार वर्ष पुराना है.
- रंगेश्वर मंदिर पर सावन के महीने में मेला लगता है.
- सुबह से ही श्रद्धालु शिव मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हुए नजर आते हैं.
- जिला प्रशासन ने मंदिरों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं.
रंगेश्वर महादेव का यह मंदिर 5 हजार वर्ष पुराना है. मथुरा में कंस को मारने के बाद जब कृष्ण बलराम में झगड़ा हुआ था तो कृष्ण ने कहा मैंने कंस को मारा बलराम ने कहा मैंने कंस को मारा तो दोनों में झगड़ा होने लगा. तब भगवान शिव प्रकट हुए और दोनों को न्याय दिलाया. भगवान शिव ने कहा कृष्ण ने अपने विवेक से कंस को मारा और बलराम ने अपने बल से कंस को मारा है. तभी से रंगेश्वर महादेव मंदिर में मान्यता चली आ रही है.
-राज कुमार गोस्वामी, रंगेश्वर मंदिर पुजारी