मथुरा: वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर खुलवाने को लेकर धर्म रक्षक संघ के बैनर तले दर्जनों की संख्या में साधु-संतों ने प्रदर्शन किया. धर्म रक्षक संघ के संतों ने एलान करते हुए कहा कि 30 अक्टूबर शरद पूर्णिमा के दिन बांके बिहारी मंदिर नहीं खुला तो हजारों की संख्या में साधु-संत और श्रद्धालु मंदिर में जबरन प्रवेश करेंगे.
16 अक्टूबर को जिला प्रशासन व मंदिर प्रशासन द्वारा सहमति बनने के बाद एक बार पुनः मंदिर खोला गया था. लेकिन बांके बिहारी मंदिर में पहले दिन पहुंचे बीस हजार श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए 18 अक्टूबर को मंदिर दोबारा बंद करनी पड़ी.
अनिश्चितकालीन धरना
धर्म रक्षा संघ के बैनर तले वृंदावन बांके बिहारी मंदिर के पास दर्जनों की संख्या में साधु-संत व श्रद्धालु मंदिर खुलवाने को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं. जिला प्रशासन और मंदिर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी हो रही है. लेकिन प्रशासन बांके बिहारी मंदिर नहीं खोल रही है.
साधु-संतों की चेतावनी
साधु-संतों ने चेतावनी देते हुए कहा कि 30 अक्टूबर शरद पूर्णिमा के दिन बांके बिहारी मंदिर नहीं खोला गया तो हजारों की संख्या में श्रद्धालु और साधु-संत जबरन मंदिर में प्रवेश करेंगे. जिला प्रशासन रोक सके तो रोक कर दिखाए.
रोक सके, तो रोक कर दिखाए
धर्म रक्षा संघ अध्यक्ष सौरभ गौड़ ने बताया कि मंदिर प्रशासन अपने अड़ियल रवैया के चलते श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहा है. 17 अक्टूबर को जब बांके बिहारी मंदिर खोल दिया गया था, फिर क्यों दोबारा से बंद कर दिया गया. धर्म रक्षक संघ के साधु-संत मंदिर प्रशासन को चेतावनी देते हैं कि 30 अक्टूबर शरद पूर्णिमा के दिन बांके बिहारी मंदिर दर्शन के लिए नहीं खोले गए, तो सभी साधु-संत हजारों की संख्या में जबरन मंदिर में प्रवेश करेंगे. जिला प्रशासन मंदिर प्रशासन रोक सके, तो रोक कर दिखाए.