मथुरा: यूपी में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही छाता शुगर मिल का मुद्दा फिर गर्माने लगा है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टी के प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपना दमखम दिखाने के लिए नामांकन दाखिल करने कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे. जनपद की छाता विधानसभा सीट से राष्ट्रीय लोक दल के प्रत्याशी ठाकुर तेजपाल अपना नामांकन दाखिल किया. उन्होंने छाता में शुगर मिल चालू कराना अपनी पहली प्राथमिकता बताई.
वर्षों से बंद है मिल
जनपद की छाता विधानसभा सीट से राष्ट्रीय लोक दल के प्रत्याशी पूर्व विधायक ठाकुर तेजपाल अपना नामांकन दाखिल करने के लिए कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे. मीडिया से रूबरू होते हुए ठाकुर तेजपाल ने कहा क्षेत्र में पिछले 15 सालों से बंद पड़ी छाता शुगर मिल को चालू कराना उनकी पहली प्राथमिकता होगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार और विधायक ने छाता शुगर मिल को चालू कराने के लिए कोई प्रयास नहीं किए हैं. ऐसे में क्षेत्र में टूटी हुई सड़क, बेरोजगारी, बहन-बेटियों की सुरक्षा का अभाव जनता झेल रही है.
छाता शुगर मिल शुरु कराने का करेंगे प्रयास
ठाकुर तेजपाल ने कहा कि छाता विधानसभा से राष्ट्रीय लोक दल का प्रत्याशी ही जीतेगा, जनता उसके साथ है. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण क्षेत्र की जनता के लिए पक्षपात किया है. इस बार लोकदल का विधायक जीतकर विधानसभा में छाता शुगर मिल चालू कराने के प्रयास करेंगे.
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100 एकड़ में फैली है मिल
मथुरा के छाता तहसील क्षेत्र में कस्बे से करीब 5 किलोमीटर दूर दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनी छाता शुगर मिल करीब 100 एकड़ के विशाल भूभाग में फैली हुई है. आगरा-मण्डल की एक मात्र इस शुगर मिल में उस समय 700 से ज्यादा कर्मचारी काम करते थे.
बसपा सरकार में हुई थी बंद
1974 में बनी छाता शुगर मिल का शुभारंभ तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने किया था. करीब 100 एकड़ में फैली इस शुगर मिल से उस समय करीब 45 हजार किसान जुड़े थे. यहां करीब 41 लाख कुंतल गन्ने की पेराई होती थी. लेकिन 2008-09 में तत्कालीन बसपा सरकार ने इसे घाटे में दिखाते हुए बन्द कर दिया था, जिससे इस क्षेत्र में रोजगार का एक बड़ा साधन बन्द हो गया.