मथुरा: पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण प्रदेश के कई जिलों में नदियां उफान पर हैं. वहीं, धर्म नगरी वृंदावन में भी बढ़े जलस्तर के कारण यमुना नदी उफान पर है. हथिनी कुंड से छोड़े गए पानी का असर अब धर्म नगरी वृंदावन में पूरी तरह से दिखाई देने लगा है. आम दिनों में घाटों से काफी दूर बहने वाली यमुना अब घाटों पर हिलोरें मार रही है. यमुना में उफान के कारण जहां ब्रह्मांड घाट से केशीघाट के बीच परिक्रमा मार्ग जलमग्न हो जाने से परिक्रमा करने आए श्रद्धालुओं को परेशानी होने लगी है, वहीं कुंभ मेला क्षेत्र में करीब 6 करोड़ की लागत से बना ब्रह्मर्षि देवरहा बाबा घाट(Devraha Baba Ghat) भी चारों ओर से बाढ़ के पानी में घिर गया है. इतना ही नहीं लगातार जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण अब यमुना का पानी रिहायशी इलाकों में भी प्रवेश कर गया है.
मथुरा में यमुना का रौद्र रूप, रिहायशी इलाकों में घुसा पानी
मथुरा जिले में यमुना नदी उफान पर है. हथिनी कुंड से छोड़े गए पानी के कारण यमुना का जलस्तर बढ़ा है, जिसके कारण यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के काफी करीब पहुंच चुका है. वहीं निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की नींद उड़ी है उन्हें हर पल बाढ़ का खतरा सता रहा है.
मथुरा: पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण प्रदेश के कई जिलों में नदियां उफान पर हैं. वहीं, धर्म नगरी वृंदावन में भी बढ़े जलस्तर के कारण यमुना नदी उफान पर है. हथिनी कुंड से छोड़े गए पानी का असर अब धर्म नगरी वृंदावन में पूरी तरह से दिखाई देने लगा है. आम दिनों में घाटों से काफी दूर बहने वाली यमुना अब घाटों पर हिलोरें मार रही है. यमुना में उफान के कारण जहां ब्रह्मांड घाट से केशीघाट के बीच परिक्रमा मार्ग जलमग्न हो जाने से परिक्रमा करने आए श्रद्धालुओं को परेशानी होने लगी है, वहीं कुंभ मेला क्षेत्र में करीब 6 करोड़ की लागत से बना ब्रह्मर्षि देवरहा बाबा घाट(Devraha Baba Ghat) भी चारों ओर से बाढ़ के पानी में घिर गया है. इतना ही नहीं लगातार जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण अब यमुना का पानी रिहायशी इलाकों में भी प्रवेश कर गया है.