मथुराः जिले की थाना बरसाना पुलिस और एसओजी टीम को बुधवार को बड़ी सफलता हाथ लगी. संयुक्त टीम ने 24 घण्टे के भीतर ही हत्या के मामले का खुलासा कर दिया. पुलिस ने मुठभेड़ में अभियुक्त को गिरफ्तार किया. उसके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त आला कत्ल, तमंचा और कारतूस के साथ ही मृतक का मोबाइल फोन बरामद किया गया.
एसपी देहात त्रिगुण बिसेन ने बताया कि एक युवक आसीन की मंगलवार को हत्या हो गई थी. इस दौरान उसका एक अन्य दोस्त भूरा भी घायल अवस्था में मिला था. भूरा को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. आसीन के बारे में सूचना मिली थी कि कुछ बदमाशों ने उसके सिर में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद भूरा को भी गंभीर रूप से घायल कर दिया था. लेकिन पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि मंगलवार को भूरा नाम के व्यक्ति ने ही आसीन को फोन करके बुलाया था.
एसपी देहात के अनुसार, इस बारे में जब पुलिस ने भूरा से पूछताछ की गई, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. भूरा ने बताया कि वह एक हत्या के केस में जेल में था. विपक्षी पार्टी समझौता नहीं कर रही थी. उनको फंसाने के लिए भूरा ने अपने दोस्त आसीन की ही गोली मारकर हत्या कर दी. इसके बाद पुलिस टीम भूरा को लेकर घटनास्थल पर पहुंची. यहां मृतक का मोबाइल और झाड़ियों में छिपाकर रखा गया आलाकत्ल बरामद किया गया. इस दौरान भूरा ने मौका देखकर पुलिस पर उसी तमंचे से फायर करके भागने की कोशिश की. जहां, जवाबी कार्रवाई पुलिस की गोली उसके पैर में लगी है और वह घायल हो गया. उसे इलाज के लिए बरसाना के अस्पताल में भर्ती कराया गया.
पुलिस पूछताछ में भूरा ने बताया कि उसके खिलाफ विवेक पुत्र विजयपाल सिंह निवासी लठाकुरी थाना मगोर्रा मथुरा में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था. उस मुकदमे में राजीनामा का दवाव बनाने के लिये उसने अपने दोस्त आसीन की हत्या में विवेक और सुन्दर को फंसाने की योजना बनायी थी. योजना को अनुसार उसने आसीन को फोन करके कोसी बुलाया था. कोसी में दोनों ने बियर पी. इसके बाद आसीन को लेकर ऑटो से नन्दगांव पहुंचा.
नन्दगांव में एक सुनसान जगह तलाश करता हुआ वह कासीराम आवास कालोनी के पास कब्रिस्तान पहुंचा. इस दौरान आसीन टॉयलेट चला गया. इसी दौरान मौका देखकर भूरा ने आसीन के सिर में गोली मार दी. गोली लगने पर वह वहीं गिर पड़ा. फिर तमंचे की बट से उसने अपनी कनपटी पर प्रहार किया, जिससे उसके सिर में चोट आयी और खून बहने लगा. योजना के तहत जिस तमंचे से गोली मारी थी, उस तमंचे आसीन के फोन को उसने वहीं झाड़ियो में छिपा दिया और नन्दगांव चौकी पहुंच कर योजना के अनुसार पुलिस को सुन्दर और विवेक पर आरोप लगाते हुए झूठी कहानी सुना दी.
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