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मथुरा में बढ़ा बंदरों का आतंक, श्रद्धालुओं को बनाते हैं निशाना - up news

वृंदावन में बंदर आम लोगों की परेशानी का सबब बने हुए हैं. ये बंदर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को भी निशाना बनाकर उनकी मुसीबत बढ़ाने में लगे हैं. जानकारी के अनुसार बंदरों के हमले में अब तक लगभग एक दर्जन लोग अपनी जान गवां चुके हैं.

वृंदावन में बंदरों का आतंक
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Published : Apr 14, 2019, 4:05 PM IST

मथुरा : वृंदावन में बंदरों का आतंक चरम सीमा पर है. अब तक आम लोगों की परेशानी का सबब बने ये बंदर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को भी निशाना बनाकर उनकी मुसीबत बढ़ाने में लगे हैं, वृंदावन में बंदरों का आतंक किस कदर हावी है, यह किसी को बताने की जरूरत नहीं है.

वृंदावन में श्रद्धालु बंदरों से हैं परेशान.

बंदरों का आतंक है कायम

  • बंदर लोगों पर हमला करके लहूलुहान कर देते हैं
  • बंदरों के हमले में अब तक लगभग एक दर्जन लोग अपनी जान गवां चुके हैं
  • यहां का व्यापारी हो या आम आदमी हर कोई बंदरों की खौफ के साए में जीने को मजबूर है
  • बंदरों के आतंक के खिलाफ नगरवासी कई बार धरना प्रदर्शन कर बाजारों को बंद कर अपना विरोध जता चुके हैं
  • इन समस्याओं को लेकर न तो जनप्रतिनिधि गंभीर हैं और न ही सूबे की सरकार
  • कुछ दिन पहले वृंदावन आए योगी आदित्यनाथ ने जरूर बंदरों की समस्या से निजात पाने को हनुमान चालीसा पढ़ने का मंत्र दिया था
  • यहां बंदर लोगों को आर्थिक नुकसान के साथ-साथ शारीरिक नुकसान पहुंचाने में भी पहुंचा रहे हैं


छीना हुआ सामान ऐसे वापस करते हैं बंदर

  • सामान वापस पाने के लिए बंदरों को कभी फ्रूटी तो कभी कोल्ड ड्रिंक देकर मनाना पड़ता है


दिल्ली से आई एक युवती ने बताया बंदरों का आतंक वृंदावन में बहुत ज्यादा, बंदर ने मेरा चश्मा छीन लिया बड़ी मशक्कत के बाद बाद भी वह चश्मा देने को तैयार नहीं था, जब मैने उसे फ्रूटी दी तब जाकर उसने मेरा चश्मा वापस किया, मुझे लगता है यहां के बंदरों को ट्रेनिंग दी गई है.


अकांक्षा,पीड़ित

मथुरा : वृंदावन में बंदरों का आतंक चरम सीमा पर है. अब तक आम लोगों की परेशानी का सबब बने ये बंदर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को भी निशाना बनाकर उनकी मुसीबत बढ़ाने में लगे हैं, वृंदावन में बंदरों का आतंक किस कदर हावी है, यह किसी को बताने की जरूरत नहीं है.

वृंदावन में श्रद्धालु बंदरों से हैं परेशान.

बंदरों का आतंक है कायम

  • बंदर लोगों पर हमला करके लहूलुहान कर देते हैं
  • बंदरों के हमले में अब तक लगभग एक दर्जन लोग अपनी जान गवां चुके हैं
  • यहां का व्यापारी हो या आम आदमी हर कोई बंदरों की खौफ के साए में जीने को मजबूर है
  • बंदरों के आतंक के खिलाफ नगरवासी कई बार धरना प्रदर्शन कर बाजारों को बंद कर अपना विरोध जता चुके हैं
  • इन समस्याओं को लेकर न तो जनप्रतिनिधि गंभीर हैं और न ही सूबे की सरकार
  • कुछ दिन पहले वृंदावन आए योगी आदित्यनाथ ने जरूर बंदरों की समस्या से निजात पाने को हनुमान चालीसा पढ़ने का मंत्र दिया था
  • यहां बंदर लोगों को आर्थिक नुकसान के साथ-साथ शारीरिक नुकसान पहुंचाने में भी पहुंचा रहे हैं


छीना हुआ सामान ऐसे वापस करते हैं बंदर

  • सामान वापस पाने के लिए बंदरों को कभी फ्रूटी तो कभी कोल्ड ड्रिंक देकर मनाना पड़ता है


दिल्ली से आई एक युवती ने बताया बंदरों का आतंक वृंदावन में बहुत ज्यादा, बंदर ने मेरा चश्मा छीन लिया बड़ी मशक्कत के बाद बाद भी वह चश्मा देने को तैयार नहीं था, जब मैने उसे फ्रूटी दी तब जाकर उसने मेरा चश्मा वापस किया, मुझे लगता है यहां के बंदरों को ट्रेनिंग दी गई है.


अकांक्षा,पीड़ित

Intro:जरा बचके रहना वृंदावन के शातिर बंदरों से ऐसे पलक झपकते ही ले जाते हैं चश्मा और पर्स आदि जरूरी सामान। श्री धाम वृंदावन में बंदरों का आतंक चरम सीमा पर है ।अब तक आम लोगों की परेशानी का सबब बने यह बंदर अब बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को भी निशाना बनाकर उनकी मुसीबत बढ़ाने में लगे हैं। वृंदावन में बंदरों का आतंक किस कदर हावी है यह किसी को बताने की जरूरत नहीं है। रास्ते में बैठे बंदरों के झुंड किसी बड़ी मुसीबत से कम नहीं है।


Body:यह बंदर रहा चलते बच्चे ,महिला और बुजुर्गों पर कब हमला कर लहूलुहान कर देते कहा नहीं जा सकता। बंदरों के हमले में अब तक लगभग एक दर्जन लोग अपनी जान गवा चुके हैं। यहां का व्यापारी हो या आम आदमी हर कोई बंदरों की खौफ के साए में जीने को मजबूर है। बंदरों के आतंक के खिलाफ नगरवासी कई बार धरना प्रदर्शन कर बाजारों को बंद कर अपना विरोध जता चुके हैं ।लेकिन इन समस्याओं को लेकर ना तो जन प्रति गंभीर है ना सूबे की सरकार और ना ही यहां का नगर निगम प्रशासन ।हां पिछली दफा वृंदावन आए योगी आदित्यनाथ ने जरूर बंदरों की समस्या से निजात पाने को हनुमान चालीसा पढ़ने का मंत्र दिया था ।लेकिन बंदरों के सामने हनुमान चालीसा पढ़ने का फार्मूला कितना कारगर साबित होगा यह आप तस्वीरों में देखकर साफ अंदाजा लगा सकते हैं।


Conclusion:बंदरों के आतंक की यह तस्वीर है वृंदावन के शाह जी मंदिर क्षेत्र की। आप देख सकते हैं कि किस तरह राह चलती वृद्ध महिला पर बंदर हमला कर चश्मा छीन ले जाता है, फिर चश्मा वापस पाने के लिए उसे बंदर को कभी फ्रूटी तो कभी कोल्ड ड्रिंक देकर मनाना पड़ता है ।यह महिला श्रद्धालु बंदर से पीछा छुड़ा ही रही थी कि तभी दूसरी तरफ घात लगाए एक और बंदर ने एक श्रद्धालु पर हमला किया और युवक से कैप छीन कर भाग गया। तीसरी तस्वीर में आप देख सकते हैं साथ चल रही महिला पर बंदर झपटता है और हाथ से चूड़ियों के पैकेट को लेकर भाग जाता है। अचानक हुए हमले से डर कर महिला की चीख निकल जाती है। बंदरों के हमले की ऐसी तस्वीरें वृंदावन में आम बात है ।यहां बंदर लोगों को आर्थिक नुकसान के साथ-साथ शारीरिक नुकसान पहुंचाने में भी बहुत आगे हैं। इस बात की पुष्टि यहां के आम नागरिक से लेकर व्यापारी तक की जुबान पर है।
बाइट -श्रद्धालु युवती आकांक्षा
स्ट्रिंगर मथुरा
राहुल खरे
mb-9897000608
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