मथुरा: जम्मू-कश्मीर के बडगाम में भारतीय वायुसेना का विमान MI-17 क्रैश होने से मांट तहसील के जरेलिया गांव के रहने वाले पंकज सिंह नोहवार शहीद हो गए थे. शुक्रवार को शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा, जहां राष्ट्रीय सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण और सांसद हेमा मालिनी भी मौजूद रहीं.
शहीद पंकज सिंह नोहवार का पार्थिव शरीर जब उनके पैतृक गांव पहुंचा तो जनसैलाब उमड़ा पड़ा. सभी ने नम आंखों से शहीद को अंतिम विदाई दी. हजारों की संख्या में पहुंचे लोग शहीद पंकज सिंह अमर रहें, भारत माता की जय और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे. शहीद के डेढ़ वर्षीय पुत्र रुद्र और भाई अजय ने मुखाग्नि दी. शहीद पंकज सिंह के पिता नौहबत सिंह आर्मी से सूबेदार मेजर पद से रिटायर हुए हैं.
शहीद को अंतिम विदाई देने पहुंचे कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने शहीद के परिवार वालों को प्रदेश सरकार की तरफ से 25 लाख रुपये का चेक दिया और परिवार के एक सदस्य को नौकरी का आश्वासन दिया. चौधरी लक्ष्मी नारायण ने कहा कि शहीद के नाम से सड़क का निर्माण और यमुना एक्सप्रेस-वे पर बने शहीद के गांव जाने वाले मार्ग बाजना कट का नाम शहीद पंकज सिंह के नाम पर रखे जाने को लेकर कैबिनेट में प्रस्ताव पास कराऊंगा.