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बड़ा चालाक बाघ: फोटो-पैर के निशान मिल रहे लोकेशन नहीं, हथिनियां फेल, कॉबिंग टीम का जंगल में डेरा - LUCKNOW NEWS

रहमान खेड़ा के आसपास के गांवों में एक महीने से आतंक का पर्याय बना हुआ है बाघ.

tiger footprints found in lucknow rehman kheda but no location.
लखनऊ में बाघ की तलाश जारी. (photo credit: etv bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 6, 2025, 8:23 AM IST

लखनऊः रहमान खेड़ा में करीब एक माह से बाघ की दहशत कायम है. बाघ लगातार जंगल से सटे गांवों में चहलक़दमी कर रहा है. बाघ की फोटो व पगमार्क तो वन विभाग की एक्सपर्ट टीम को मिल रहे हैं लेकिन उसकी लोकेशन नहीं मिल रही है.

रविवार को एक बार फिर बाघ की लोकेशन मीठे नगर इलाके में मिली. इसके बाद हथिनी सुलोचना और डायना के साथ वन विभाग की एक्सपर्ट टीम व डॉक्टरों ने कॉम्बिंग की लेकिन वन विभाग की टीम उसकी लोकेशन पता लगाने में सफल नहीं हो सकी.

tiger footprints found in lucknow rehman kheda but no location
लखनऊ में बाघ की तलाश में जुटी टीम. (photo credit: etv bharat)
रविवार सुबह रहमान खेड़ा के मंडौली गांव में एक गौवंश मृत मिला था. गांव वालों ने बताया कि बाघ ने हमला कर उसका शिकार किया है. स्थानीय लोगों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की. डीएफओ ने बताया कि बाघ ने शिकार नहीं किया है. डॉक्टरो का पैनल जांच करने गया था, इसमे बाघ के हमले की पुष्टि नहीं हुई है.
tiger footprints found in lucknow rehman kheda but no location
लखनऊ में बाघ की तलाश में जुटी टीम. (photo credit: etv bharat)
डीएफओ सितांशु पांडेय ने बताया कि रविवार शाम चार बजे एक बार फिर वन विभाग की कॉम्बिंग टीम और एक्सपर्ट ने मीठे नगर गांव की तरफ जाने वाले रास्ते के बायें तरफ स्थित वन क्षेत्र में कॉम्बिंग की. वहां भी बाघ के पगमार्क मिले. टीम संभावित इलाके में हथिनियों के साथ लगातार कॉम्बिंग कर रही है. इसके अलावा, एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम मचान नंबर एक और मचान नंबर दो के अलावा ट्यूबवेल के पास लगातार बाघ की निगरानी कर रहे है.


बाघ से बचाव और लोगों को जागरूक करने के लिए रविवार को डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने रविवार को 11 गांव के ग्राम प्रधानों के साथ एक बैठक भी की. बैठक में ग्राम प्रधानों को जागरूक करने के साथ बाघमित्र टीम बनाकर रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए सहयोग भी मांगा गया. इस दौरान वन विभाग की टीम ने हबीबपुर, बुधड़िया और हलुआपुर समेत आस-पास के इलाके में जन जागरूकता अभियान भी चलाया बैठक में बाघ रेस्क्यू ऑपरेशन की नोडल अधिकारी चंदन चौधरी और रीजनल फॉरेस्ट अफसर भी मौजूद रहे.

डीएफओ ने बताया रहमान खेड़ा संस्थान व आस-पास के इलाके में बाघ के प्रवास करने और उसके सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए पहले से 22 कैमरे ट्रैप व ट्रैपिंग केज लगाए गए हैं. अब 10 अतिरिक्त कैमरा ट्रैप व 2 ट्रैपिंग केज संवेदनशील क्षेत्र में रविवार से और लगाए गए हैं. मीठे नगर में बाघ के ताजे पगमार्क मिलने पर वन विभाग की टीम ने हथिनी डायना और सुलोचना के साथ पूरे इलाके में कॉम्बिंग की.


करीब एक माह से बाघ की दहशत कायम है. बाघ लगातार जंगल से सटे गॉवो में चहलक़दमी कर रहा है बाघ की फोटो व पगमार्क तो वन विभाग की एक्सपर्ट टीम को मिल रहे हैं लेकिन वे उसकी लोकेशन अब तक नहीं तलाश कर पाए हैं.

ये भी पढ़ेंः यूपी के राज्यकर्मियों के लिए खुशखबरी; जनवरी में फिर बढ़ेगा वेतन, 3% लागू होगा DA, 3 प्रतिशत इंक्रीमेंट

ये भी पढ़ेंः महाकुंभ 2025: अनाज वाले बाबा ने सिर पर उगाई फसल, 5 साल से लेटकर नहीं सोए

लखनऊः रहमान खेड़ा में करीब एक माह से बाघ की दहशत कायम है. बाघ लगातार जंगल से सटे गांवों में चहलक़दमी कर रहा है. बाघ की फोटो व पगमार्क तो वन विभाग की एक्सपर्ट टीम को मिल रहे हैं लेकिन उसकी लोकेशन नहीं मिल रही है.

रविवार को एक बार फिर बाघ की लोकेशन मीठे नगर इलाके में मिली. इसके बाद हथिनी सुलोचना और डायना के साथ वन विभाग की एक्सपर्ट टीम व डॉक्टरों ने कॉम्बिंग की लेकिन वन विभाग की टीम उसकी लोकेशन पता लगाने में सफल नहीं हो सकी.

tiger footprints found in lucknow rehman kheda but no location
लखनऊ में बाघ की तलाश में जुटी टीम. (photo credit: etv bharat)
रविवार सुबह रहमान खेड़ा के मंडौली गांव में एक गौवंश मृत मिला था. गांव वालों ने बताया कि बाघ ने हमला कर उसका शिकार किया है. स्थानीय लोगों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की. डीएफओ ने बताया कि बाघ ने शिकार नहीं किया है. डॉक्टरो का पैनल जांच करने गया था, इसमे बाघ के हमले की पुष्टि नहीं हुई है.
tiger footprints found in lucknow rehman kheda but no location
लखनऊ में बाघ की तलाश में जुटी टीम. (photo credit: etv bharat)
डीएफओ सितांशु पांडेय ने बताया कि रविवार शाम चार बजे एक बार फिर वन विभाग की कॉम्बिंग टीम और एक्सपर्ट ने मीठे नगर गांव की तरफ जाने वाले रास्ते के बायें तरफ स्थित वन क्षेत्र में कॉम्बिंग की. वहां भी बाघ के पगमार्क मिले. टीम संभावित इलाके में हथिनियों के साथ लगातार कॉम्बिंग कर रही है. इसके अलावा, एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम मचान नंबर एक और मचान नंबर दो के अलावा ट्यूबवेल के पास लगातार बाघ की निगरानी कर रहे है.


बाघ से बचाव और लोगों को जागरूक करने के लिए रविवार को डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने रविवार को 11 गांव के ग्राम प्रधानों के साथ एक बैठक भी की. बैठक में ग्राम प्रधानों को जागरूक करने के साथ बाघमित्र टीम बनाकर रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए सहयोग भी मांगा गया. इस दौरान वन विभाग की टीम ने हबीबपुर, बुधड़िया और हलुआपुर समेत आस-पास के इलाके में जन जागरूकता अभियान भी चलाया बैठक में बाघ रेस्क्यू ऑपरेशन की नोडल अधिकारी चंदन चौधरी और रीजनल फॉरेस्ट अफसर भी मौजूद रहे.

डीएफओ ने बताया रहमान खेड़ा संस्थान व आस-पास के इलाके में बाघ के प्रवास करने और उसके सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए पहले से 22 कैमरे ट्रैप व ट्रैपिंग केज लगाए गए हैं. अब 10 अतिरिक्त कैमरा ट्रैप व 2 ट्रैपिंग केज संवेदनशील क्षेत्र में रविवार से और लगाए गए हैं. मीठे नगर में बाघ के ताजे पगमार्क मिलने पर वन विभाग की टीम ने हथिनी डायना और सुलोचना के साथ पूरे इलाके में कॉम्बिंग की.


करीब एक माह से बाघ की दहशत कायम है. बाघ लगातार जंगल से सटे गॉवो में चहलक़दमी कर रहा है बाघ की फोटो व पगमार्क तो वन विभाग की एक्सपर्ट टीम को मिल रहे हैं लेकिन वे उसकी लोकेशन अब तक नहीं तलाश कर पाए हैं.

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