मथुराः कानपुर नगर में हुई बदमाश और पुलिसकर्मियों के बीच मुठभेड़ में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए. जिसमें एक सिपाही जितेंद्र पाल सिंह मथुरा का रहने वाला है जितेंद्र पाल के शहीद होने की सूचना के बाद परिवार में कोहराम मच गया. सांत्वना देने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है. जितेंद्र 2015 बैच का सिपाही था.
तीनों भाइयों में सबसे बड़ा था जितेंद्र
शहीद जितेंद्र पाल सिंह का पैतृक घर जनपद के रिफाइनरी थाना क्षेत्र बरारी गांव में है. सिपाही जितेंद्र के शहीद होने की सूचना परिवार में दी गई तो परिवार में दुखों का पहाड़ टूट गया. हर कोई परिजनों को सांत्वना देने के लिए पहुंच रहा है. परिवार में 70 वर्षीय पिता त्रिपाल सिंह मजदूरी करते हैं. परिजनों ने बताया कि जितेंद्र तीन भाई थे. तीनों भाइयों में जितेंद्र सबसे बड़ा था. वहीं छोटे भाई सुरेंद्र और जिनेंद्र भी पुलिस की तैयारी कर रहे हैं. 22 मई को जितेंद्र छुट्टी पर आया था. 20 दिन की छुट्टी बिताने के बाद 16 जून को कानपुर ड्यूटी पर गया था.
शाम तक पहुंचेगा पार्थिव शरीर
मृतक के परिजन सौरभ ने बताया कि जितेंद्र भाई के शहीद होने की सूचना सुबह मिली है. परिवार के सभी लोग कानपुर के लिए रवाना हो गए हैं. देर शाम तक शहीद सिपाही का पार्थिव शरीर यहां पहुंचेगा.
मिलनसार था जितेंद्र
राहुल पड़ोसी ने बताया जितेंद्र भैया छुट्टियों में आकर यहां सभी लोगों से मिलते थे. 22 मई को मथुरा आए थे आज सुबह मालूम हुआ कि पुलिस और बदमाशों में हुई मुठभेड़ में जितेंद्र शहीद हो गए.