मथुराः वृंदावन के प्रसिद्ध दक्षिण भारत शैली में बने हुए रंगजी मंदिर परिसर में गुरुवार को विशाल रथ मेला का आयोजन किया गया. रथ में विराजमान भगवान रंगनाथ और माता गोदा वृंदावन कस्बे में भ्रमण पर निकले. इस दौरान दूरदराज से आए श्रद्धालुओं ने विशाल रथ को खींचा. इसी के साथ रंगनाथ मंदिर में 10 दिवसीय कार्यक्रम का समापन हो गया. वैदिक मंत्रोच्चारण के बाद भगवान रंगनाथ और माता गोदा के विशाल रथ को रस्से से खींचकर 8 घंटे में 2400 सौ मीटर की यात्रा पूरी की. इस दौरान डीएम और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मेले की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा भी लिया.
विशाल रथ में सवार हुए रंगनाथ जी: दक्षिण भारत शैली में बने हुए विशाल रंगनाथ मंदिर में गुरुवार को 52 फीट ऊंचे विशाल रथ में सवार हुए भगवान रंगनाथ और माता गोदा की सवारी निकाली गई. श्रद्धालुओं ने सिंह द्वार से रथ मेला का शुभारंभ किया. 52 फीट ऊंचा यह विशाल रथ चंदन की लकड़ी से निर्मित है. साल में एक बार इस रथ में सवार होकर भगवान रंगनाथ और माता गोदा को कस्बे में भ्रमण पर निकाला जाता है. इस मंदिर को रंगनाथ मंदिर और वार्षिक महोत्सव मंदिर के नाम से भी जाना जाता है.
प्रशासन की व्यवस्था: मेले को लेकर वृंदावन में जिला प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए. शहर के सभी चौराहे और खासकर रंगनाथ मंदिर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया. दूरदराज से आए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने विशाल रथ को खींचा. श्रद्धालुओं ने बताया कि वृंदावन में आयोजित विशाल रंगनाथ मंदिर के रथ मेले में आकर बहुत ही अच्छा लग रहा है. वृंदावन रथ का मेला काफी प्राचीन है. रथ मेले में जिला प्रशासन ने भी अच्छी व्यवस्थाएं की हैं.
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