विधानसभा नंबर: 85
जिला एवं लोकसभा सीट: मथुरा
जनसंख्या: 2547184
साक्षरता: 59.2 फीसदी
मथुरा : विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कस ली गई है. हर राजनीतिक दल अधिक से अधिक लोगों को संगठन से जोड़ने का प्रयास कर रहा है. वहीं दल के नेता अपने कार्यकर्ताओं में जोश भी भर रहे हैं.
इसी बीच मथुरा के बलदेव विधानसभा सीट पर भी जोर आजमाइश शुरू हो गई है. यह सीट काफी महत्वपूर्ण रही है क्योंकि जाट और किसान राजनीति के प्रभाव वाली इस विधानसभा सीट पर 2012 में जहां आरएलडी का कब्जा रहा, वहीं 2017 में भाजपा ने इस पर कब्जा जमा लिया. फर्क सिर्फ इतना था कि दोनों ही बार प्रत्याशी पूरन प्रकाश ही रहे.
इन दोनों चुनावों की प्रकृति देखें तो जहां 2012 के विधानसभा चुनाव में किसान और जाट राजनीति प्रमुख मुद्दा रही तो वहीं 2017 के चुनाव में स्थानीय मुद्दों की बजाए भाजपा के राष्ट्रवाद के मुद्दे को भी लोगों ने अपना समर्थन दिया.
प्रत्याशी के तौर पर पूरन प्रकाश ने भी जनता को अपने काम के बल पर इन दोनों ही चुनावों में अपने पक्ष में करने में काफी हद तक सफलता पाई. हालांकि आगामी विधानसभा चुनावों में हाथी किस करवट बैठेगा, इसे लेकर ईटीवी भारत ने आम लोगों से बात की.
ग्रामीण संजय कुमार ने बताया कि राज्य सरकार के प्रयासों से जनता के कल्याण के लिए जो योजनाएं लागू की गईं, वह पूर्ण रूप से धरातल पर नहीं उतर पाईं हैं. सरकार और स्थानीय विधायक ने दावे किए थे कि सभी योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुंचेगा लेकिन अफसरशाही के चलते ये योजनाएं जमीनी तौर पर लागू नहीं हो सकीं.
ग्रामीण प्रदीप कुमार शर्मा ने कहा कि अधिकतर गांवों में न ही पक्की सड़कें हैं और न ही पानी की समुचित व्यवस्था है. विधानसभा क्षेत्र में कई गांव ऐसे हैं जहां अभी तक बिजली नहीं पहुंच पाई है.
कहा कि लोगों के लिए अब भी बेरोजगारी बड़ा मुद्दा है. लोगों की आमदनी का जरिया नहीं बढ़ा है जिससे वे लोग अपने जीवन को चलाने में काफी कठिनाई महसूस कर रहे हैं.
ग्रामीण श्याम सुंदर शर्मा ने कहा कि सड़कें ऐसी हैं कि बारिश होने के बाद निकलना दूभर हो जाता है. बताया कि लॉकडाउन के बाद से ही स्थिति खराब हो चुकी है. परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है. महंगाई ने कमर तोड़ रखी है.
सरकार ने केवल वादे किए जो आज तक पूरे नहीं हो पाए. इसके अलावा उन्होंने भी आमदनी का कोई जरिया न होने और बेरोजगारी की बात कही.
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वहीं, बलदेव विधानसभा क्षेत्र के पूर्व बसपा विधायक राजकुमार रावत ने आरोप लगाया कि भाजपा की करनी और कथनी में बहुत अंतर है. जितना विकास कार्य मथुरा वृंदावन में बसपा शासन में हुआ, अभी तक किसी भी शासन में नहीं हुआ. इसकी तस्दीक आप क्षेत्र की जनता से पूछकर कर सकते हैं. भाजपा ने केवल वादे किए जो कभी पूरे नहीं हुए.
उधर, वर्तमान विधायक भाजपा पूरन प्रकाश ने कहा कि जो काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी के नेतृत्व में हुए हैं, वह जगजाहिर हैं. कहा कि कि उनके बलदेव क्षेत्र में 200 करोड़ की सड़कें बनवाई गईं हैं.
चाहे घर-घर बिजली पहुंचाने का कार्य हो या खेती के लिए टेल तक पानी पहुंचाने का कार्य, सभी कराए गए हैं. लोगों ने विद्युत व्यवस्था पहले भी देखी और वह आज भी देख रहे हैं. पर आज जैसी व्यवस्था कभी नहीं रही.
जब तक हमें समस्याएं पता नहीं चलेंगी, जब तक कोई व्यक्ति समस्या लेकर हमारे पास नहीं आएगा तब तक शासन-प्रशासन उसका संज्ञान कैसे लेगा. कहा कि वह लोगों की समस्याएं सुनने के लिए सुबह 7:00 बजे से ही बैठ जाते हैं.
कहा कि कुछ एक क्षेत्रों में जानबूझकर पार्टी बंदी के तहत लोग सरकार का विरोध और दुष्प्रचार कर सकते हैं पर अधिकतर जन समूह भाजपा के कार्य से खुश है.
2012 विधानसभा चुनाव परिणाम
इस सीट पर पिछले विधानसभा चुनाव में आरएलडी के पूरन प्रकाश ने 79364 वोटों के साथ जीत दर्ज की थी. उन्होंने बीजेपी के चंद्रभान सिंह को 32094 वोटों के अंतर से हराया था.