मथुराः सुबह से ही मंदिरों पर भक्तों की भीड़ कान्हा की नगरी में उमड़ रही थी. शाम ढलते-ढलते लोगों का हुजूम जुट गया था. मथुरा के मंदिरों में जन्माष्टमी का पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया. वहीं प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर की बात करें तो नटखट नंद गोपाल का जन्मोत्सव काफी हर्षो उल्लास से मनाया गया. अपने आराध्य के दर्शन कर भक्त भक्ति में झूमते नजर आए.
मंदिर प्रवक्ता राकेश तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि अजन्मे के जन्म को पूरा ब्रजमंडल बड़े ही उत्साह के साथ मना रहा है. जहां एक पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के मंदिर ठाकुर द्वारकाधीश की बात करें, तो यहां पिछले 15 दिनों से इस जन्म उत्सव की तैयारियां चल रही थी. सुबह से ही मंदिर में एक उल्लास का माहौल था. सब लोग सजावट को देखकर प्रसन्न हो रहे थे. सुबह में ही ठाकुर जी के मंगला दर्शन हुए.
उसके बाद पंचामृत हुआ. इसके बाद ठाकुर जी श्रृंगार किया गया. जिसमें हीरे जवाहरात पन्ना सभी धातुओं से ठाकुर जी को सजाया गया. श्रृंगार के बाद ठाकुर जी की सभी झांकियां खोल दी गईं. इस समय आप जो दर्शन कर रहे हैं वो पंचामृत अभिषेक के दर्शन हैं. यह जन्मे का पंचामृत अभिषेक है. मंगलवार को सुबह 10 बजे ठाकुर जी का भव्य नंद महोत्सव कार्यक्रम मंदिर प्रांगण में होगा.
यूं तो पूरा देश ही कान्हा की भक्ति में डूबा हुआ है. पूरे देश में जन्माष्टमी का पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. वहीं विदेशों में रह रहे कान्हा के वक्त भी अपने आराध्य के प्राकट्य उत्सव को धूमधाम से मना रहे हैं. वही अगर बात कान्हा की नगरी की की जाए तो यहां कुछ अलग ही तरह से कान्हा के जन्म उत्सव को मनाया जाता है.
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पूरा ब्रज अपने आराध्य के जन्मोत्सव को बड़े ही हर्षोल्लास और भक्तिभाव के साथ मनाता है. वही पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के ठाकुर द्वारकाधीश मंदिर में भी जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया. नटखट नंद गोपाल को हीरा, पन्ना, स्वर्ण, रजत वस्त्रों से श्रृंगार कराया गया. जिसके बाद अपने आराध्य की एक झलक पाकर ही श्रद्धालु भक्त मंत्र मुक्त हो गए.