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बहुचर्चित जवाहर बाग कांड की चौथी बरसी आज, 30 लोगों की गई थी जान - मथुरा ताजा समाचार

उत्तर प्रदेश के मथुरा में 2 जून 2016 को बहुचर्चित जवाहर बाग कांड हुआ था, जिसकी मंगलवार को चौथी बरसी है. इसमें सरकारी जमीन खाली कराते समय कथित सत्याग्रहियों और जिला प्रशासन के बीच हिंसक घटना हुई थी, जिसमें 30 लोगों की जान चली गई थी.

बहुचर्चित जवाहर बाग कांड की चौथी बरसी
बहुचर्चित जवाहर बाग कांड की चौथी बरसी
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Published : Jun 2, 2020, 3:41 PM IST

मथुरा: जनपद के सिविल लाइन क्षेत्र स्थित जवाहर बाग में हई हिंसक घटना और अग्निकांड की आज चौथी बरसी है. 2 जून 2016 को बहुचर्चित जवाहर बाग कांड में सरकारी जमीन खाली कराते समय कथित सत्याग्रही और जिला प्रशासन के बीच हिंसक घटना हुई थी, जिसमें तत्कालीन एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी, एसओ संतोष यादव सहित 30 लोगों की जान गई थी.

बहुचर्चित जवाहर बाग कांड की चौथी बरसी

क्या था जवाहर बाग कांड

सिविल लाइन क्षेत्र में सरकारी जमीन पर 280 एकड़ में जवाहर बाग बना हुआ है. कथित सत्याग्रही और उनके नेता रामवृक्ष यादव ने इस सरकारी जमीन पर 2014 से अवैध कब्जा जमा रखा था. इस दौरान जिला प्रशासन से कब्जा खाली कराने के लिए कई बार टकराव की स्थिति उत्पन्न हुई. जिला प्रशासन इस जमीन को खाली नहीं करा सका तब 2 जून 2016 को दोपहर 3 बजे सरकारी जमीन खाली कराने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कसी.

उस दिन हजारों की संख्या में पुलिसकर्मी और कथित सत्याग्रहिओं के बीच हिंसक घटना हुई. इस घटना में देसी बम, हथगोले और जमकर फायरिंग हुई, जिसमें तत्कालीन एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी और फरह इंस्पेक्टर संतोष यादव सहित 30 लोगों की जान चली गई थी.

मथुरा: जनपद के सिविल लाइन क्षेत्र स्थित जवाहर बाग में हई हिंसक घटना और अग्निकांड की आज चौथी बरसी है. 2 जून 2016 को बहुचर्चित जवाहर बाग कांड में सरकारी जमीन खाली कराते समय कथित सत्याग्रही और जिला प्रशासन के बीच हिंसक घटना हुई थी, जिसमें तत्कालीन एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी, एसओ संतोष यादव सहित 30 लोगों की जान गई थी.

बहुचर्चित जवाहर बाग कांड की चौथी बरसी

क्या था जवाहर बाग कांड

सिविल लाइन क्षेत्र में सरकारी जमीन पर 280 एकड़ में जवाहर बाग बना हुआ है. कथित सत्याग्रही और उनके नेता रामवृक्ष यादव ने इस सरकारी जमीन पर 2014 से अवैध कब्जा जमा रखा था. इस दौरान जिला प्रशासन से कब्जा खाली कराने के लिए कई बार टकराव की स्थिति उत्पन्न हुई. जिला प्रशासन इस जमीन को खाली नहीं करा सका तब 2 जून 2016 को दोपहर 3 बजे सरकारी जमीन खाली कराने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कसी.

उस दिन हजारों की संख्या में पुलिसकर्मी और कथित सत्याग्रहिओं के बीच हिंसक घटना हुई. इस घटना में देसी बम, हथगोले और जमकर फायरिंग हुई, जिसमें तत्कालीन एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी और फरह इंस्पेक्टर संतोष यादव सहित 30 लोगों की जान चली गई थी.

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