मथुरा: जिले में बुधवार को विभिन्न मांगों को लेकर अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के लोगों ने प्रदर्शन किया. किसानों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आवास के नजदीक वट वृक्ष के नीचे बैठकर यह प्रदर्शन किया है. इस दौरान किसानों ने बताया कि दुर्दशा और हताशा से खेत बेचना व आत्महत्या करना आम बात हो गई है. इसके कारण किसानों को शहरों की तरफ पलायन करना पड़ रहा है और किसान मजबूर बनते चले जा रहे हैं.
किसानों ने किया प्रदर्शन
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति मथुरा के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में किसान अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आवास के नजदीक वट वृक्ष के नीचे बैठकर सरकार की जनविरोधी नीतियों के चलते धरना प्रदर्शन किया. किसानों ने बताया कि हताशा में खेत बेचना और आत्महत्या करना आम बात हो गई है. इन्ही सब कारणों से हमलोगों को शहरों की तरफ पलायन करना पड़ रहा है.
रोजगार के अभाव में शहर को कर रहे पलायन
किसानों के सामने रोजगार और सामाजिक सुरक्षा का प्रश्न खड़ा हो गया है. किसान मजदूरों के बेटों के लिए दूर-दूर तक रोजगार दिखाई नहीं पड़ रहा है. दिन-प्रतिदिन उद्योग बंद हो रहे हैं और खेती घाटे का धंधा बन गई है. देश के करीब 200 किसान संगठनों ने 'खेती बचाओ किसान बचाओ व गांव बचाओ' देश बचाओ नारे के तहत मजबूरी में पहली बार किसान हड़ताल का फैसला किया है. किसानों दूध देना, सब्जी देना किसी भी सेवा को देना बंद कर रहे हैं.
इसे भी पढ़ें:-मथुरा: 'भारतीय किसान यूनियन' ने आंदोलन की बनाई रणनीति