मथुरा: वृंदावन थाना क्षेत्र के अंतर्गत रमणरेती क्षेत्र स्थित रशियन बिल्डिंग में शुक्रवार शाम को जनरेटर रूम में लगी आग पर फायर ब्रिगेड टीम ने काबू पा लिया. शनिवार को सीएफओ प्रमोद शर्मा और मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण की टीम के साथ पहुंचे विप्रा के सचिव ईश्वर चंद ने बिल्डिंग में अवैध निर्माण को देखते हुए सील की कार्रवाई की.
इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए सचिव ने बताया कि बिल्डिंग निर्माण के लिए विप्रा से जो नक्शा पास कराया गया था, निर्माण उसके विपरीत पाया गया था. इसके बाद अवैध निर्माण को हटाने के लिए पूर्व में नोटिस दिया गया. इसमें भवन स्वामी द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र भी निरस्त हो गए. विभाग द्वारा बिल्डिंग खाली कराने के लिए समय-समय पर निर्देश दिए गए, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया. इसके चलते बिल्डिंग में फिलहाल खाली पड़े 18 कमरों को सील किया गया है. अन्य कमरों में सील की कार्रवाई करने के लिए उन्हें जल्द से जल्द खाली करने के निर्देश दिए गए हैं.
काफी दिनों से विवाद में चल रही वृंदावन थाना क्षेत्र के अंतर्गत रमणरेती क्षेत्र स्थित रशियन बिल्डिंग में अवैध निर्माण को लेकर बिल्डिंग को सील किया गया है. जानकारी देते हुए विप्रा सचिव ईश्वरचंद ने बताया कि विकास प्राधिकरण के द्वारा मानचित्र स्वीकृत कराने के बाद उसके विपरीत इस बिल्डिंग का निर्माण पाया गया था. ऊपर के तीन तल स्वीकृत मानचित्र के विपरीत पाए गए हैं. उसको दृष्टिगत रखते हुए अवैध निर्माण हटाने के लिए इन्हें कई बार नोटिस भी दिया गया. सभी लोग जानते हैं किसी भी बिल्डिंग को खाली कराने के लिए जिसमें मनुष्य आवासित होता है, जब तक हम उसे पूरी तरह खाली नहीं करा लेते, तब तक हम आगे की कार्रवाई नहीं कर पाते हैं. इनको हमने कोरोना काल और आवासीय जन समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए 3 महीने तक का समय दिया था. उसी क्रम में कुल 18 कमरों को सील कर दिया गया है और शेष कमरों के लिए सभी लोगों से व्यक्तिगत रूप से भी बताया जा रहा है.
वृंदावन थाना क्षेत्र के अंतर्गत रमणरेती क्षेत्र स्थित रशियन बिल्डिंग है. इसमें लगभग सारे लोग विदेशी भक्त हैं, जो रशियन बिल्डिंग में रहकर वृंदावन में कृष्ण भक्ति में लीन रहते हैं. काफी समय से यह बिल्डिंग चर्चाओं में बनी हुई है, क्योंकि इस बिल्डिंग का काफी हिस्सा अवैध बना हुआ है. इसको लेकर कई बार बिल्डिंग स्वामियों को नोटिस भी मिल चुका है, लेकिन नोटिस मिलने के बाद भी इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया. इसके चलते बिल्डिंग के अवैध निर्माण को देखते हुए विकास प्राधिकरण द्वारा कार्रवाई कर कई कमरों को सील कर दिया गया और एक महीने के अंदर अन्य कमरों को खाली करने की हिदायत दी गई.
इस बारे में सोसायटी के उप प्रबन्धक अनूप कुमार ने बताया कि बिल्डिंग में 160 फ्लैट हैं और वर्तमान में करीब 100 विदेशी भक्त यहां रह रहे हैं. अवैध निर्माण के बारे में उनका कहना है कि वे निर्माण कार्य पूरा होने के बाद ही यहां ड्यूटी पर आए थे. इसलिए उन्हें इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं है.