मथुरा : कान्हा की नगरी मथुरा में हर साल मंदिरों में दर्शन करने देश-विदेश से श्रद्धालु पहुंचते हैं. वहींं प्रदेश सरकार के मंत्री और विदेशी पर्यटकों के रुकने के लिए यहां सभी सुविधाएं होती थीं. दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालु निजी होटलों में नहीं, सरकारी पर्यटक आवास केंद्र पर रुकते थे. इन आवास केंद्रों में सभी सुविधाएं मिलती थीं. हर साल इन पर्यटक आवास केंद्रों के जरिए, पर्यटन विभाग को करोड़ों रूपए का राजस्व भी मिलता था. लेकिन आज वही पर्यटन आवास केंद्र खंडरों में तब्दील हो रहे हैं. छत से लिंटर गिरने लगा है. दीवारों में दरारें आ चुकी हैं. कभी भी इन केंद्रों पर बड़ा हादसा हो सकता है.
जनपद में हैं 6 आवास केंद्र
जनपद में पर्यटकों की बढ़ती संख्या को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के तत्कालीन पर्यटन राज्य मंत्री शिवनाथ सिंह कुशवाहा ने 4 जुलाई 1984 को जिले में 6 आवास पर्यटन केंद्र का उद्घाटन किया था. ये आवास केंद्र मथुरा शहर के सिविल लाइन क्षेत्र में, बरसाना, गोवर्धन वृंदावन, नंदगांव और गोकुल में बने हुए हैं.
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पिछले कई वर्षों से बन्द हैं पर्यटक आवास केंद्र
पिछले तीन वर्षों से पर्यटक आवास केंद्र बंद पड़े हुए हैं. इन केंद्रों की देखरेख के लिए केंद्र पर एक चौकीदार तैनात है. पर्यटक आवास केंद्र जो कभी गुलजार हुआ करते थे, आज उन्हीं केंद्रों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. उचित देखरेख और मेंटनेंस नहीं होने के कारण, दिन प्रतिदिन इन केंद्रों की हालत जर्जर होती जा रही है.
इस बारे में सवाल करने पर जिला पर्यटन अधिकारी डीके शर्मा ने बताया- जनपद में पिछले 3 वर्षों से पर्यटक आवास केंद्र बंद पड़े हुए हैं. उन केंद्रों की हालत खराब होने लगी है. शासन को पत्र भेजकर अवगत कराया गया है. शासन स्तर पर इन केंद्रों को पुन: चालू कराने के लिए समिति द्वारा प्रस्ताव दिए गए हैं. समय आने पर इन केंद्रों को चालू कराया जाएगा.