मथुरा: अक्षय तृतीया का पर्व वृंदावन में हर्षोल्लास के साथ रविवार को मनाया गया. ठाकुर बांके बिहारी मंदिर सहित तमाम मंदिरों में ठाकुर जी को चंदन का लेप लगाकर सोने-चांदी के आभूषण धारण करे हुए भक्तों ने अद्भुत दर्शन किए. दूर दराज से पहुंचे लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने बांके बिहारी मंदिर में दर्शन किए. श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए. इसके साथ ही गाइडलाइंस भी जारी की गई है.
वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में अक्षय तृतीया का पर्व आज हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. दूरदराज से आए श्रद्धालु ठाकुर जी के अद्भुत दर्शन पाकर धन्य हो गए. मंदिर परिसर का पूरा प्रांगण फूल बंगले से सजा हुआ है. वहीं, ठाकुर जी ने भी विशेष पोशाक के साथ मोर मुकुट, कचनी, बगल में बांसुरी, पैरों में चांदी की पायल और चंदन का लेप लगाकर भक्तों को दर्शन दिए. दूरदराज से आए लाखों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर परिसर पहुंचे.
दो दिवसीय अक्षय तृतीया के पर्व को लेकर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए. क्योंकि, वीकेंड होने के कारण वृंदावन में श्रद्धालुओं की संख्या लाखों तक पहुंच जाती है. वृंदावन के समस्त मंदिरों में दर्शन करने के बाद श्रद्धालुओं की वापसी और शहर में जाम से निजात दिलाने के लिए प्रशासन ने रूट डायवर्जन के साथ बैरिकेडिंग भी लगाई है. यमुना एक्सप्रेसवे से पानी गांव, दारुक पार्किंग, जिला संयुक्त अस्पताल के सामने की पार्किंग और मल्टीपार्किंग के साथ-साथ प्राइवेट पार्किंग भी जिला प्रशासन ने वाहन खड़े करने के लिए बनाई थी. लेकिन, श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के चलते वाहन पार्किंग फुल हो चुकी है. अब प्रशासन ने वाहनों को अस्थायी पार्किंग में पार करने की व्यवस्था की है.
अक्षय तृतीया पर्व को लेकर जिला प्रशासन के आला अधिकारी सड़कों पर उतरकर भ्रमण करते हुए नजर आए. बांके बिहारी मंदिर की कुंज गलियों और वृंदावन कस्बे के सभी चौराहों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया. दूरदराज से आ रहे श्रद्धालुओं से किसी प्रकार की कोई अभद्रता और बदसलूकी न हो इसके लिए पुलिसकर्मियों को हिदायत दी गई. वनवे का पालन करते हुए श्रद्धालु मंदिरों के दर्शन कर सकेंगे. दूसरी तरफ निकासी गेट बनाया गया है.
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