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शरद पूर्णिमा के दिन बांके बिहारी मंदिर में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, दर्शन कर भाव विभोर हुए श्रद्धालु

मथुरा जिले में शरद पूर्णिमा के अवसर पर बांके बिहारी मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ा. ठाकुर जी के दर्शन पाने को भक्तों की भारी भीड़ देखी गई.

बांके बिहारी मंदिर में भक्तों का सैलाब
बांके बिहारी मंदिर में भक्तों का सैलाब
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Published : Oct 20, 2021, 2:07 PM IST

मथुरा: शरद पूर्णिमा के दिन विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धा का सैलाब उमड़ा है. श्रद्धालु अपने आराध्य की एक झलक पाने के लिए ललायित नजर आ रहे हैं. वहीं, पुलिस प्रशासन की ओर से भी दर्शन को आए श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए. इस खास अवसर पर ठाकुर जी को विशेष भोग लगाया जाता है. वहीं ठाकुर जी ने आज श्वेत पोशाक धारण की है.

वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में शरद पूर्णिमा के दिन सफेद वस्त्र धारण करते हुए ठाकुर जी अद्भुत दर्शन देते हैं. इस दिन का श्रद्धालु बेसब्री से इंतजार करते हैं. दूरदराज से लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए वृंदावन बांके बिहारी मंदिर पहुंच रहे हैं. प्रातः 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक श्रद्धालुओं को दर्शन होंगे. वहीं शाम 5:30 बजे से रात्रि 10 बजे तक होंगे.

बांके बिहारी मंदिर में भक्तों का सैलाब
जानकारी देते हुए मंदिर सेवायत मयंक गोस्वामी ने बताया कि आज शरदोत्सव का बड़ा पावन पुनीत पर्व है जो बांके बिहारी मंदिर में विशेष रूप से मनाया जाता है. बांके बिहारी मंदिर में हर त्योहार बड़े ही अलग आलौकिक रूप से मनाए जाते हैं. आज मंदिर प्रांगण को सफेद गुब्बारों से सजाया गया है. भगवान ने आज श्वेत पोशाक धारण कर रखी है जो बड़ी ही सुशोभित लग रही है. क्यों है आज का दिन खास

आज ठाकुर जी का अलग विशेष भोग लगाया जाता है जैसे चंद्रकला और खीर का विशेष रूप से आज भोग लगाया जाता है. साल में वर्ष में एक बार आज के ही दिन भगवान शरद पूर्णिमा वाले दिन बंसी धारण करते हैं, अन्यथा पूरे साल ठाकुर जी कभी बंसी धारण नहीं करते. आज के दिन वह बंसी धारण करते हैं और मोर मुकुट कट काछनी के दर्शन ठाकुर जी की आरती के बाद विशेष रूप से दिखाए जाते हैं.

ऐसी मान्यता है कि भगवान आज अपनी सखियों के साथ मंदिर में महारास करने के लिए उतरते हैं. ऊपर मंदिर से चंद्रमा की रोशनी ठाकुर जी के मुख मंडल पर पढ़ती है, तब महारास का भव्य आयोजन शुरू होता है.

इसे भी पढ़ें-दीपदान से हुई मथुरा में ब्रज रज महोत्सव की शुरुआत

मथुरा: शरद पूर्णिमा के दिन विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धा का सैलाब उमड़ा है. श्रद्धालु अपने आराध्य की एक झलक पाने के लिए ललायित नजर आ रहे हैं. वहीं, पुलिस प्रशासन की ओर से भी दर्शन को आए श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए. इस खास अवसर पर ठाकुर जी को विशेष भोग लगाया जाता है. वहीं ठाकुर जी ने आज श्वेत पोशाक धारण की है.

वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में शरद पूर्णिमा के दिन सफेद वस्त्र धारण करते हुए ठाकुर जी अद्भुत दर्शन देते हैं. इस दिन का श्रद्धालु बेसब्री से इंतजार करते हैं. दूरदराज से लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए वृंदावन बांके बिहारी मंदिर पहुंच रहे हैं. प्रातः 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक श्रद्धालुओं को दर्शन होंगे. वहीं शाम 5:30 बजे से रात्रि 10 बजे तक होंगे.

बांके बिहारी मंदिर में भक्तों का सैलाब
जानकारी देते हुए मंदिर सेवायत मयंक गोस्वामी ने बताया कि आज शरदोत्सव का बड़ा पावन पुनीत पर्व है जो बांके बिहारी मंदिर में विशेष रूप से मनाया जाता है. बांके बिहारी मंदिर में हर त्योहार बड़े ही अलग आलौकिक रूप से मनाए जाते हैं. आज मंदिर प्रांगण को सफेद गुब्बारों से सजाया गया है. भगवान ने आज श्वेत पोशाक धारण कर रखी है जो बड़ी ही सुशोभित लग रही है. क्यों है आज का दिन खास

आज ठाकुर जी का अलग विशेष भोग लगाया जाता है जैसे चंद्रकला और खीर का विशेष रूप से आज भोग लगाया जाता है. साल में वर्ष में एक बार आज के ही दिन भगवान शरद पूर्णिमा वाले दिन बंसी धारण करते हैं, अन्यथा पूरे साल ठाकुर जी कभी बंसी धारण नहीं करते. आज के दिन वह बंसी धारण करते हैं और मोर मुकुट कट काछनी के दर्शन ठाकुर जी की आरती के बाद विशेष रूप से दिखाए जाते हैं.

ऐसी मान्यता है कि भगवान आज अपनी सखियों के साथ मंदिर में महारास करने के लिए उतरते हैं. ऊपर मंदिर से चंद्रमा की रोशनी ठाकुर जी के मुख मंडल पर पढ़ती है, तब महारास का भव्य आयोजन शुरू होता है.

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