मथुरा: जिले की पुलिस और साइबर सेल की टीम ने रविवार को मुखबिर की सूचना पर नवजात शिशु तस्कर गिरोह की एक महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपियों से दो दिन की बच्ची भी बरामद की है. पुलिस के अनुसार, पकड़े गए गैंग के लोग ऑनलाइन नवजातों को बेचा करते थे. नवजात बालक को 4 लाख और नवजात बच्ची को 2 लाख रुपये में जरूरतमंद लोगों को बेचा करते थे.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडे ने बताया कि एसपी क्राइम के नेतृत्व में मानव तस्करी के मामले का खुलासा हुआ है. मानव तस्करी विरोधी इकाई ने इस मामले का खुलासा किया है. इस मामले में नवजात बच्चों की तस्करी सामने आई है. तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इनके नाम धर्मेंद्र और अविनाश हैं. इनके साथ एक अस्पताल की नर्स भी जुड़ी हुई थी. सभी आरोपी आगरा के रहने वाले हैं.
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एसएसपी शैलेश कुमार पांडे ने बताया कि पुलिस की टीम को इस मामले की सूचना सोशल मीडिया से मिली थी. यह गैंग बच्चों को बेचने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करता था. चार लाख रुपये में नवजात बालक और दो लाख में नवजात बालिकाओं को बेचा जाता था. बालिकाओं को यह ऐसे दंपति से हासिल करते थे, जिनकी कई बच्चिया हों या ऐसे लोग जो उनका पालन-पोषण नहीं कर सकते थे. यह गैंग इन बच्चों को ऐसे जरूरतमंद लोगों को बेचता था, जिनकी संतान नहीं होती थी. इस पूरे मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार हुए हैं.
पूछताछ में यह बात सामने आई है कि यह लोग पिछले डेढ़ साल से यह काम कर रहे थे. अभी तक 25 से 30 बच्चों को इस तरह से तस्करी कर ऑनलाइन बेच चुके हैं. पूरे मामले की गहराई से जांच पड़ताल की जा रही है. जो भी साक्ष्य मिलेंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी. इस पूरे ऑपरेशन में एक व दो दिन की बच्ची भी इनके पास से बरामद हुई है. जिसे पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर जाल बिछाकर इनसे बरामद की है.
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