मथुरा: जिले में थाना कोतवाली पुलिस और स्वाट टीम की संयुक्त टीम ने साइबर कैफे जनसेवा केंद्र में फर्जी अगूंठे के क्लोन से फर्जी आधार कार्ड तैयार करने वाले गिरोह को गिरफ्तार किया. आरोपी अंगूठे के नकली निशान बनाकर साइबर अपराधियों को कोटेदारों को बेचने का काम करते थे. इस फर्जीवाड़ा को करने वाले एक पार्षद सहित तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. पुलिस के अनुसार यह गिरोह जनसेवा केंद्र की आड़ में काफी समय से लोगों के फर्जी अंगूठे का क्लोन तैयार करता था. उसके आधार पर फर्जी आधार कार्ड तैयार कर साइबर अपराधियों को कोटेदारों को फर्जी सिम खरीदने के लिए फर्जी पासपोर्ट आदि बनवाने के लिए बेचा करते थे. इनके कब्जे से प्रिंटर, लैपटॉप, मॉनिटर, सीपीयू, माउस, कीबोर्ड, फर्जी आधार कार्ड की छाया प्रति, फर्जी अंगूठे के निशान, एटीएम कार्ड, मोहरे, स्वाइप मशीन आदि बरामद किया गया है.
इस घटना की जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडे ने बताया कि एसपी सिटी और क्षेत्र अधिकारी नगर के नेतृत्व में स्वाट टीम और थाना कोतवाली नगर पुलिस मथुरा की टीम ने सराहनीय कार्य करते हुए एक तीन सदस्य गिरोह को पकड़ा है. इनमें जो अपराधी हैं, उनके नाम रवि मुन्ना मलिक और कमरुद्दीन हैं. तीनों सुखदेव नगर कोतवाली क्षेत्र के ही रहने वाले हैं. इनके द्वारा फर्जी आधार कार्ड, आधार कार्ड का डाटा फर्जी तरीके से बदलना, उन फर्जी कागजात के आधार पर सिम कार्ड लेकर साइबर अपराधियों को बेचने का काम करते थे. आरोपी लोगों के अंगूठे के निशान की क्लोनिंग भी करते थे. इनके पास से क्लोन अंगूठे के निशान मिले हैं. इनका इस्तेमाल यह लोग आधार आदि की जानकारी बदलने में भी इस्तेमाल करते थे. उसके आधार पर फर्जी सिम कार्ड निकालते थे. इसके साथ ही यह जानकारी भी मिली है कि कोटे से अनाज निकालने में भी इन फर्जी अंगूठे के निशानों का इस्तेमाल होता था. इस तरह का काम कर यह फर्जी दस्तावेजों को अपराधियों को बेचते थे. उसके बारे में भी पूरी जानकारी मिली है. जिसके आधार पर पुलिस काम कर रही है. आगे भी इस तरह के अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा.
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आरोपियों के पास से कंप्यूटर और अन्य उपकरण के साथ अतिरिक्त फिंगर प्रिंट रीडर, मोबाइल स्वाइप मशीन, लगभग 110 अंगूठे के निशान, फर्जी आधार कार्ड के प्रिंट इसके साथ ही फर्जी मोहरे भी इनके पास से बरामद हुई हैं. इसमें मेडिकल ऑफिसर की मोहर, एक इंटर कॉलेज के प्रोफेसर की मोहर, पार्षद की मोहर आदि इनके पास से बरामद किया गया है. सुसंगत धाराओं में आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया है. आरोपियों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट की भी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. इसमें एक अभियुक्त मुन्ना मलिक वह वार्ड नंबर 31 से पार्षद भी है.
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