मथुरा: जिले के छाता थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव तरौली में स्वामी बाबा मंदिर गौशाला में संदिग्ध परिस्थितियों में गोवंशों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले 10 दिनों से गौशाला में संदिग्ध परिस्थितियों में गोवंशों की मौत हो रही है. स्थानीय लोगों की शिकायत पर उप जिलाधिकारी छाता हनुमान प्रसाद मौर्य गौशाला गए और गौशाला संचालकों को सख्त हिदायत देते हुए घटना की पुनरावृत्ति होने पर कठोर कार्रवाई करने की बात कही है.
दरअसल, छाता थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव तरौली में स्वामी बाबा मंदिर गौशाला में पिछले 10 दिनों से संदिग्ध परिस्थितियों में गोवंशों की मौत हो रही है, जिसकी स्थानीय लोग लगातार प्रशासन से शिकायत कर रहे थे. स्थानीय लोगों की माने तो गौशाला कर्मचारियों द्वारा संदिग्ध परिस्थितियों में हुई गोवंशों की मौत के बाद गौशाला के पास कर्मचारियों द्वारा बनाए गए, गड्ढों में गोवंशों को दफना दिया जाता है, उसके बाद आवारा जानवर गड्ढों से गोवंशों के शवों को निकाल लेते हैं और उसको अपना आहार बनाते हैं.
पिछले 10 दिनों से संदिग्ध परिस्थितियों में गोवंशों की मौत हो रही है, जिसका कारण स्पष्ट नहीं हो पा रहा है. स्थानीय लोगों की शिकायत पर उप जिलाधिकारी छाता हनुमान प्रसाद मौर्य गौशाला निरीक्षण के लिए पहुंचे, जहां गौशाला संचालकों को सख्त हिदायत देते हुए उप जिलाधिकारी ने घटना की पुनरावृत्ति होने पर कठोर कार्रवाई करने की बात कही.
गौशाला में संदिग्ध परिस्थितियों में लगातार हो रही गोवंशों की मौत की शिकायत पर गौशाला में निरीक्षण करने के लिए उप जिलाधिकारी पहुंचे. उप जिलाधिकारी छाता हनुमान प्रसाद मौर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि जैसे ही मामले की सूचना लगी तो मेरे द्वारा पशु चिकित्सकों को गौशाला भेजा गया और खुद जाकर निरीक्षण किया गया. कुछ गोवंशों को गौशाला कर्मियों द्वारा गलत तरीके से दफना दिया गया था, जिसके चलते आवारा जानवरों ने गायों के शव को गड्ढे से बाहर निकाल लिया. अब पुनः सही तरीके से गोवंशों के शवों को दफना दिया गया है. गौशाला संचालकों को सख्त हिदायत दी गई है कि घटना की पुनरावृत्ति होती है, तो कठोर विधिक कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल अभी गोवंशों की मौत नहीं हुई है, कुछ दिन पहले गोवंशों की मौत हुई थी.