मथुरा: वृंदावन के आरके मिशन अस्पताल में रविवार को कोरोना संदिग्ध महिला मरीज के आने से हड़कंप मच गया. घंटों तक मरीज अस्पताल के परिसर में ही तड़पती रही. काफी देर के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम अस्पताल पहुंची, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संदिग्ध महिला मरीज को प्राथमिक उपचार देते हुए जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बताया कि संदिग्ध महिला मरीज में कोरोना वायरस जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं. नमूने जांच के लिए भेज दिए हैं. रिपोर्ट आने पर ही जानकारी हो पाएगी.
जानकारी के अनुसार गोवर्धन की रहने वाली 38 वर्षीया महिला 19 मार्च को मथुरा से टेंपो में सवार होकर अपने घर वापस गई थी. तभी से महिला को खांसी, जुकाम, बुखार एवं सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. अगले दिन उसका गोवर्धन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज शुरू हुआ, लेकिन उसकी हालत में कोई सुधार ना होने पर वह 18 अप्रैल को जिला अस्पताल पहुंची. जहां डॉक्टरों द्वारा किए गए उपचार से महिला को कोई फायदा नहीं पहुंचा.
मरीज में कोरोना के लक्षण
महिला का पति रविवार को उसे आरके मिशन अस्पताल लेकर गया. यहां डॉक्टरों ने मरीज में कोरोना के लक्षण प्रतीत होने पर उसे भर्ती करना तो दूर उसे प्राथमिक उपचार तक नहीं दिया. जबकि यहां 2 डॉक्टर पीपीई किट भी पहने हुए थे. कोरोना संदिग्ध महिला मरीज की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और कंट्रोल रूम को सूचना दी.
रैपिड रिस्पांस टीम के सदस्य पहुंचे अस्पताल
करीब 1 घंटे बाद कंट्रोल रूम से रैपिड रिस्पांस टीम के सदस्य अस्पताल पहुंचे. महिला की गंभीर हालत तथा डॉक्टरों के पीपीई किट पहने होने के बावजूद ट्रीटमेंट शुरू न करने पर नाराजगी जताई. इसके साथ ही महिला मरीज को तुरंत ऑक्सीजन लगाकर प्राथमिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई तथा उसे एंबुलेंस की सहायता से जिला अस्पताल ले गए. डॉक्टर संदीप चौधरी ने बताया कि महिला मरीज का सैंपल लेकर अलीगढ़ भेज दिया गया है, रिपोर्ट आने पर स्थिति स्पष्ट हो सकेगी.