मथुराः बीती 17 मार्च को हाईवे थाना क्षेत्र के अंतर्गत सलेमपुर गांव के नजदीक ढाबा संचालक लाखन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है.
एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि मृतक लाखन सिंह का भाई सुरेंद्र शातिर किस्म का व्यक्ति है. उसने पिता की पैतृक संपत्ति जो कि विर्जापुर में है, उसको 88 लाख रुपए में अपने नाम करा कर शातिराना तरीके से बेच दिया. लाखन उन पैसों में अपना हिस्सा मांग रहा था. सुरेंद्र इन पैसों में हिस्सा नहीं देना चाहता था. इस पर सुरेंद्र ने सुरीर के हिस्ट्रीशीटर उदल को भाई की हत्या की सुपारी दे दी. सुरेंद्र ने तीन लाख रुपए और एक सौ गज का प्लाट देने का वादा किया.
उसने उदल को भरोसा दिलाया कि वह अपने भाई की हत्या के आरोप में अपने चाचा के लड़के बंटी और चाचा नरपत और लड़के हिमांशु व बुआ इंद्रा को फंसाएगा. इन लोगों से जमीन को लेकर उसका वाद कोर्ट में चल रहा है. इससे किसी को भी उस पर शक नहीं होगा.
बदमाश उदल ने हत्या की योजना बनाई. अपने भतीजे मानवेंद्र को घटना में शामिल किया और एडवांस में 1.55 लाख रुपए सुरेंद्र से मानवेंद्र को दिलवाए. मानवेंद्र ने अपने साथियों कान्हा व अंशु के साथ इस घटना को अंजाम देने की योजना तय की. बीती 17 मार्च को मानवेंद्र, कान्हा व अंशु लाखन सिंह के ढाबे पर पहुंचे और पान मसाला मांगा. इसके बाद कान्हा और अंशु ने अपने साथ लाए तमंचा से लाखन पर ताबड़तोड़ फायर किए. इसके बाद आरोपी बाइक से भाग निकले. योजना के तहत सुरेंद्र ने थाना हाईवे में भाई की हत्या के संबंध में बंटी हिमांशु व नरपत के साथ इंद्रा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा शैलेश कुमार पांडे ने बताया कि पूरे मामले की विवेचना गहनता से की गई तो इसमें मुख्य रूप से चीजें सामने आई कि जो भी नामजद थे वह बिल्कुल गलत थे. उन्हें फंसाने के लिए नाम लिखाए गए थे. घटना का मास्टरमाइंड लाखन का भाई सुरेंद्र है. उसने सुपारी देकर भाई की हत्या करवाई. इस हत्या में चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इनमें सुरेंद्र, अपराधी उदल, अंशु एवं भोलू उर्फ मानवेंद्र शामिल हैं. एक फरार अपराधी रोहित उर्फ कान्हा की तलाश की जा रही है. गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेजा जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः Umesh Pal murder case: पांच लाख के दो इनामी शूटर बिहार के बाहुबली की शरण में!