मथुराः जिले में स्थित राजकीय संग्रहालय में आज तक महात्मा गांधी का अस्थि कलश सुरक्षित रखा हुआ है. महात्मा गांधी के स्वर्गवास के बाद उनकी अस्थियां मथुरा के विश्राम घाट पर प्रवाहित करने के लिए भी लाई गई थीं. अस्थि यमुना में प्रवाहित होने के बाद कलश जिलाधिकारी आवास चला गया था. 1970 तक जिलाधिकारी आवास में ही अस्थि कलश रखा हुआ था. इसके बाद अस्थि कलश को राजकीय संग्रहालय में रखवा दिया गया था. पुण्यतिथि से एक दिन पहले महात्मा गांधी का अस्थि कलश आम लोगों के दर्शन के लिए रखा गया है.
मथुरा के राजकीय संग्रहालय में बहुत ही प्राचीन काल की मूर्तियां रखी हुई है, जिन्हें देखने के लिए जनपद ही नहीं देश के कोने-कोने से लोग पहुंचते हैं. इस संग्रहालय में महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का अस्थि कलश भी रखा हुआ है. विशेष आयोजनों पर दर्शन के लिए अस्थि कलशों को लोगों के लिए बाहर निकाला जाता है.
काफी समय तक संग्रहालय में नहीं रखे गए थे अस्थि कलश
1970 से लेकर अब तक राजकीय संग्रहालय में कलश सुरक्षित रखे हुए हैं. लेकिन कुछ समय तक कलशों को सुरक्षा की दृष्टि से संग्रहालय में नहीं रखा जा रहा था. लोगों की लगातार मांग के बाद महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के अस्थि कलश को प्रशासन ने दोबारा राजकीय संग्रहालय में रखवा दिया गया. अब विशेष आयोजनों पर ही इन कलशों को आम लोगों के लिए बाहर रखा जाता है. राजकीय संग्रहालय में कोई भी व्यक्ति जाकर इन कक्षाओं को देख सकता है. बता दें कि महात्मा गांधी की हत्या 30 जनवरी 1948 की शाम को गयी थी.